झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

14 वर्षों से निर्माणाधीन कस्तूरबा बालिका विद्यालय औचक निरीक्षण, विधायक ने कहा न करें काले ईंट का प्रयोग - विधायक रामदास सोरेन का निरीक्षण

घाटशिला अनुमंडल में बन रहे कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का विधायक रामदास सोरेन ने निरीक्षण किया. विधायक ने बिजली के वायरिंग कनेक्शन को दुरुस्त करने के लिए विभागीय अधिकारियों को 7 दिन का समय दिया है.

Kasturba Girls School in seraikela
कस्तूरबा बालिका विद्यालय

By

Published : Nov 26, 2020, 2:10 AM IST

घाटशिला: अनुमंडल स्थित मुसाबनी प्रखंड में घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन ने मुसाबनी के सुरता क्रॉसिंग स्थित निर्माण हो रहे कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता गौरव कुमार भी मौजूद थे.

विधायक ने बिजली कनेक्शन की वस्तुस्थिति की जानकारी ली. उसके बाद भवन निर्माण कर रहे संबंधित एजेंसियों से दूरभाष पर बात की. विधायक ने भवन निर्माण कार्य की धीमी गति को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. वहीं, भवन निर्माण में लगाए जा रहे लाल ईंट की जगह काली ईंट का प्रयोग किया जा रहा है, जो सरासर गलत है. इस पर भी नाराजगी जाहिर की और संवेदक को तुरंत ही ईंट बदलने की सलाह दी

विधायक ने बिजली के वायरिंग कनेक्शन को दुरुस्त करने के लिए विभागीय अधिकारियों को 7 दिन का समय दिया है. जानकारी के लिए बता दें कि मुसाबनी स्थित कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय का निर्माण 14 वर्ष पहले शुरू हो गया था, लेकिन आज तक पूरा नहीं हो पाया है. विभाग और संवेदक एक-दसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. विभाग का कहना है कि जिस संवेदक को या काम दिया गया था वह ब्लैक लिस्टेड हो गया है. इसीलिए अब शिक्षा विभाग अपने स्तर से कार्य करवा रही है.

ये भी पढे़ं:घरेलू कलह में बेटी ने पिता को पीट-पीटकर मार डाला, पिटाई के बाद ठंड में छोड़ दिया था घर के बाहर

विद्यालय के भवन कार्य पूरा नहीं होने के कारण मसानी प्रखंड के छात्राएं राखा को पर स्थित एचसीएल के पुराने भवन में पढ़ाई कर रहे हैं. इस भवन के निर्माण कार्य वाली ठेका कंपनी का काम आधा अधूरा छोड़ कर गायब हो गई है. इसके बाद विधायक की पहल पर फिर से 5 साल के बाद काम शुरू कराया गया है. मौके पर मुसाबनी के जिला परिषद बाघराय मार्डी, कानू सामंत, गौरंगो महाली, प्रखंड अध्यक्ष प्रधान सोरेन, सुनाराम सोरेन, साधु हेंब्रम, सोनाराम सोरेन, विराम मुर्मू आदि मौजूद थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details