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सरायकेलाः 705 करोड़ की 2 योजनाओं को लेकर बैठक का आयोजन, जल्द धरातल पर उतारने की कवायद शुरू

सरायकेला में प्रस्तावित दो अति महत्वाकांक्षी योजनाओं, सीवरेज प्रोजेक्ट और पाइपलाइन जलापूर्ति से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए नगर निगम ने बैठक किया. इस बैठक में दोनों योजनाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण मुद्दों की चर्चा की गई. इस दौरान योजनाओं से जुड़ी एंजेंसियों को कई दिशा-निर्देश भी दिए गए.

नगर निगम की बैठक

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Published : Oct 22, 2019, 1:00 PM IST

सरायकेलाः जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में चल रहे सीवरेज प्रोजेक्ट योजना और जलापूर्ति योजना से संबंधित विशेष जानकारियां प्रदान करने के उद्देश्य से नगर निगम ने बैठक का आयोजन किया. बैठक में सरकार की एजेंसी जुडको, योजना पर काम कर रही अन्य एजेंसियों सहित नगर निगम के अधिकारी और पार्षद शामिल हुए.

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प्रोजेक्ट की कुल लागत 705 करोड़

बैठक में सीवरेज प्रोजेक्ट से संबंधित विसंगतियों को दूर करते हुए योजना संबंधित सभी जानकारियां ओपन सेशन के माध्यम से दी गई. बता दें कि दोनों प्रोजेक्ट की कुल लागत मिलाकर लगभग 705 करोड़ है. सीवरेज प्रोजेक्ट की कुल लागत 350 करोड़ है जिसका निर्माण अगले 35 साल को देखते हुए किया जा रहा है. वहीं, जलापूर्ति योजना की कुल लागत 355 करोड़ है और यह प्रोजेक्ट साल 2050 तक प्रस्तावित योजना में शामिल है.

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24 घंटे घरों में होगी जलापूर्ति

नगर निगम क्षेत्र में सालों पहले पेयजल विभाग द्वारा प्रस्तावित जलापूर्ति योजना काफी साबित नहीं होने के बाद सरकार के स्तर पर नगर निगम द्वारा 355 करोड़ के नए पाइपलाइन जलापूर्ति योजना को धरातल पर उतारा जा रहा है. इस योजना के तहत 24 घंटे 2 लाख से भी अधिक आबादी वाले निगम क्षेत्र को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा.

दिए गए विशेष दिशा-निर्देश

इस दौरान पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए दोनों ही योजनाओं पर चर्चा करते हुए योजनाओं की कमियों को दूर किया गया. वहीं, आने वाले दिनों में दोनों योजनाओं को जल्द धरातल पर उतारने को लेकर प्रयास भी तेज किए जा रहे हैं. बता दें कि सीवरेज प्रोजेक्ट के तहत मुख्य सड़कों को पाइपलाइन बिछाने के लिए खोदे जाने पर पहले पार्षदों और स्थानीय नागरिकों ने विरोध जताया था. लेकिन योजना निर्माण के दौरान नगर निगम के मेयर, डिप्टी मेयर समेत आयुक्त, काम कर रही एजेंसी, पार्षद और स्थानीय नागरिकों के बीच सामंजस्य बैठाया गया. जिसके बाद काम को पूरा किए जाने को लेकर संबंधित निर्देश भी दिए गए.

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