सरायकेला: भाकपा माओवादी के सेकेंड इन कमांड प्रशांत बोस उर्फ किशन दा (Medical examination of oldest CPI-Maoist leader Prashant Bose) और उनकी पत्नी शीला मरांडी को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है. माओवादी दंपती की गिरफ्तारी के बाद रविवार को सरायकेला सदर अस्पताल में दोनों की मेडिकल जांच कराई गई. मेडिकल जांच प्रशांत बोस के साथ उनकी पत्नी शीला मरांडी और उनके तीन बॉडी गार्ड की भी कराई गई. पूरी कार्रवाई पूरी होने के बाद सभी को जेल भेज दिया जाएगा.
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गौरतलब है कि प्रशांत बोस यानी किशन दा को 12 नवंबर को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे गिरिडीह के पारसनाथ से सरायकेला जिले के दलभंगा में अपने सेफ जोन में लौट रहे थे. किशन दा जिस वाहन से सरायकेला लौट रहे थे, उसका नंबर पुलिस की इंटेलिजेंस टीम को मिल गया. इसके बाद झारखंड पुलिस ने जाल बिछा कर सरायकेला के पास प्रशांत बोस को दबोच लिया. इस दौरान बोस के साथ उनकी पत्नी और उनके बॉडीगार्ड भी मौजूद थे. पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया.
नक्सलियों के नेटवर्क की हासिल की जाएगी जानकारी प्रशांत बोस यानी किशन दा की गिरफ्तारी के बाद झारखंड पुलिस पूरी संजीदगी और संवेदनशीलता के साथ पेश आ रही है. किशन की उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए जेल में भी उनके इलाज का पूरा ख्याल रखा जाएगा. ताकि जल्द स्वस्थ होने के बाद उनसे नक्सलियों के नेटवर्क की जानकारी हासिल की जा सके.
एक करोड़ के इनामी माओवादी प्रशांत बोस और उनकी पत्नी को जेल भेजने की तैयारी ऐसे हुई थी गिरफ्तारी
भाकपा माओवादियों के शीर्ष पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रशांत बोस (Prashant Bose) उर्फ किशन दा, उनकी पत्नी शीला मरांडी समेत चार माओवादियों को आईबी की सूचना पर झारखंड पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था. इस वक्त दोनों बॉडीगार्ड्स के साथ एक स्कॉर्पियो से गिरिडीह से सरायकेला जा रहे थे. प्रशांत बोस झारखंड-बिहार (Jharkhand-Bihar) में माओवादियों का सुप्रीम कमांडर है. 70 से ज्यादा नक्सली वारदातों में शामिल प्रशांत माओवादियों का सबसे बुजुर्ग नेता है. प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी हैं. वहीं प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है. वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी हैं. शीला झारखंड के गिरिडीह की रहने वाली है. संगठन में उसका भी बहुत ज्यादा प्रभाव है. वहीं प्रशांत बोस मूलत: पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाला है.
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पारसनाथ की तराई से प्रशांत का जुड़ाव
सूत्रों की मानें तो प्रशान्त बोस उर्फ किशन दा और उसकी पत्नी शीला की गिरफ्तारी के लिए राज्य की पुलिस के अलावा खुफिया विभाग भी मशक्कत कर रहा था. प्रशान्त के हर उस ठिकाने की तलाश की जा रही थी जहां वह छिप सकता था. प्रशान्त के ससुराल पर भी नजर रखी जा रही थी. बताया जाता है कि हाल के कुछ दिनों पूर्व प्रशान्त की पत्नी शीला को पारसनाथ की तराई वाले इलाके में भी देखा गया था. यहीं पर खुफिया विभाग ने छानबीन शुरू की.
सूत्र बताते हैं कि शीला जैसी महिला खुखरा के समीप लगनेवाले साप्ताहिक हाट में भी देखी गई थी. जिसका सत्यापन शुरू हुआ था. उस दौरान खुफिया विभाग को यह जानकारी मिली थी कि प्रशांत पारसनाथ के तराई में है. ऐसे में ढोलकट्टा समेत कई गांव में गुप्त तरीके से तलाशी भी ली गई थी हालांकि तबतक दोनों अपने बॉडीगार्ड के साथ पारसनाथ इलाके को छोड़ चुके थे.