सरायकेला: कोविड-19 संक्रमण और लॉकडाउन ने निश्चित तौर पर आम जनजीवन को प्रभावित किया है, लेकिन अब लोग इस लॉकडाउन में भी अपने आदतों को बदलते हुए, इसके अनुरूप जीवन जीने की कला सीख रहे हैं. इसका जीता जागता उदाहरण है, सरायकेला जिले के आदित्यपुर क्षेत्र में रहने वाले युवक प्रदीप प्रसाद ने पेश किया. युवक ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सोमवार को रोमा घोष नामक युवती से मंदिर में वैदिक रीति-रिवाजों के साथ शादी की और फिजूल खर्च को भी रोका.
पेशे से इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक और कंप्यूटर पार्ट्स का व्यापार करने वाले प्रदीप प्रसाद की शादी स्थानीय गणेश घोष की बेटी रोमा घोष से तय हुई थी. लॉकडाउन के पहले चरण की शुरुआत में ही इनकी शादी तय थी लेकिन 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन से इनकी शादी स्थगित हो गई.
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इस बीच आशा बनी रही थी कि लॉकडाउन जब खत्म होगा तो धूमधाम से अपना विवाह संपन्न करेंगे, लेकिन वैश्विक महामारी और राष्ट्रीय आपदा कोरोना वायरस संक्रमण ने कुछ इस कदर देश समेत राज्य भर में अपने पांव पसारे की सरकार को लगातार अब चौथी बार लॉक डाउन की घोषणा करनी पड़ी. जिसके बाद जोड़े ने सादगी पूर्ण तरीके से ही विवाह करने का निर्णय लिया और सोमवार को औद्योगिक क्षेत्र के चावला मोड़ स्थित शिव मंदिर में वर पक्ष और वधू पक्ष के पांच-पांच लोगों ने पूरी तरह सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मंदिर में ही वर-वधु की शादी संपन्न कराई और इन्हें आशीर्वाद दिया.
वीडियो कॉल से रिश्तेदार और दोस्तों से लिया आशीर्वाद
मंदिर में शादी संपन्न होने के बाद दोनों नवविवाहित दंपती जोड़े ने लॉकडाउन का अनुपालन करते हुए अपने दूर के मित्र रिश्तेदार और परिजनों से वीडियो कॉलिंग के जरिए ही आशीर्वाद प्राप्त किया. लॉकडाउन होने के कारण दूरदराज से रिश्तेदार और मित्र भी शादी में शामिल नहीं हो सके और न ही इन्हें आमंत्रित भी किया गया. मौके पर क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधि वार्ड पार्षद मौजूद रहे, जहां इन्होंने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देते हुए इनके सुख में जीवन की मंगल कामना की.