सरायकेला: एनआईटी जमशेदपुर कैंपस में रौनक लौटने लगी है. कोरोना काल में लंबे समय तक ऑनलाइन क्लास होने के बाद अब संस्थान में छात्र-छात्राओं की चहलकदमी देखने को मिल रही है, दो साल बाद संस्थान कैंपस छात्रों से गुलजार है. वहीं पहली बार एनआईटी कॉलेज को राष्ट्र स्तरीय NIMCET 2022 परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
NIT जमशेदपुर आयोजित करेगा पहली बार एमसीए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, एनआईटी जमशेदपुर को मिला पहली बार ज़िम्मा - टीसीएस की मदद से परीक्षा
एनआईटी जमशेदपुर में एक बार फिर से ऑफलाइन क्लास शुरू हो गई है. एनआईटी कॉलेज में एमसीए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 20 जून को होने वाली परीक्षा 29 शहरों में ऑनलाइन आजोजित की जाएगी.
सरायकेला जिले के आदित्यपुर स्थित एनआईटी कॉलेज को एमसीए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट आयोजन करने का गौरव प्राप्त हुआ है. डायरेक्टर करूणेश शुक्ला ने बताया कि एनआईटी एमसीए कामन एंट्रेस टेस्ट यानि NIMCET 2022 को आयोजन करेगी. पहली बार संस्थान को यह गौरव हासिल हुआ है. टीसीएस की मदद से परीक्षा का ऑनलाइन टेस्ट आयोजन होगा. 4 अप्रैल से 4 मई तक आवेदन किया जा सकता है. परीक्षा 20 जून को जमशेदपुर, भुवनेश्वर, पटना, रांची, गुवाहाटी, मुजफ्फरपुर, कोलकाता समेत 29 शहरों में ऑनलाइन आयोजित की जाएगी.
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5 जुलाई को निकलेगा परिणाम:NIMSET के आयोजन की जिम्मेदारी पहली बार एनआईटी जमशेदपुर को मिली है. यही वजह है कि इसके समुचित आयोजन को लेकर संस्थान पूरी तैयारी कर रहा है. संस्थान की कोशिश है कि 5जुलाई को परिणाम आ जाए और अगस्त से विद्यार्थियों की कक्षाएं शुरू हो जाएं. कुल 813 सीट वाली परीक्षा में 314सीट जनरल है. वहीं, जमशेदपुर की बात करें तो उसके हिस्से 115 सीट है. आरक्षण के प्रावधान केंद्रीय मानकों के हिसाब से होंगे और होम कोटा का प्रावधान नहीं है.
एनआईटी जमशेदपुर में 2022से नया इंटीग्रेटेड डिग्री प्रोग्राम:डायरेक्टर करूणेश शुक्ला ने बताया का 2022से नया इंटीग्रेटेड डिग्री प्रोग्राम शुरू होगा जिसमें छात्र बीटेक और एम.टेक कर सकेंगे. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत अन्य विषयों को फोकस किया जाएगा जो आम तौर पर सब जगह पढ़ाया नहीं जाता. फिलहाल आईआईटी दिल्ली में यह कोर्स उपलब्ध है.
इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा:डायरेक्टर ने बताया कि आने वाले दिनों में संस्थान का इंफ्रास्ट्रक्चर और भी ज्यादा मजबूत होगा. संस्थान पहले से ही नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो चुका है, साथ ही 1000 की क्षमता वाले नए ब्वॉयज हॉस्टल और 300 की क्षमता वाली नई गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण होगा. इसके बाद एम. टेक और अन्य कोर्स के वैसे छात्र छात्राएं जिन्हें छात्रावास नहीं मिलते थे, उन्हें भी उपलब्ध हो पाएंगे.