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अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद की पहल, मोबाइल एप और वेबसाइट से संस्कृत भाषा का प्रचार

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Published : Aug 16, 2019, 11:20 PM IST

देव भाषा संस्कृत के प्रचार-प्रसार और जन-जन की भाषा बनाने की पहल अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद ने सरायकेला जिला के खरसावां इकाई से शुरू किया. परिषद ने संस्कृत दिवस समारोह के मौके पर मोबाइल एप्प और वेबसाइट के माध्यम से संस्कृत भाषा को जन-जन तक पहुंचाने का निर्णय लिया.

अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद

सरायकेला: आधुनिक मोबाइल युग में सभी भाषाओं की जननी कहे जाने वाली संस्कृत को गतिमान बनाए रखने और भारतीय संस्कृति से जोड़े रखने की अनोखी पहल अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद ने की है.

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परिषद के तत्वाधान में पहली बार संस्कृत दिवस समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें संस्कृत भाषा के प्रखर विद्वानों ने शिरकत करते हुए संस्कृत भाषा को अपनाने और सरल तरीके से इसे सीखे जाने संबंधित कई महत्वपूर्ण बातें आम लोगों को बतायी.

इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद न सिर्फ देश, बल्कि विदेशों में भी संस्कृत दिवस का लगातार आयोजन कर रही है.

मोबाइल एप्प और वेबसाइट से होगा प्रचार
मोबाइल के इस दौर में पिछड़ रहे संस्कृत भाषा के उत्थान को लेकर अब आधुनिक प्रणाली का प्रयोग अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद द्वारा किया जाएगा. इसी क्रम में परिषद अब सुगम संस्कृत भाषा सीखने और संस्कृत भाषा के ज्ञान को बढ़ाने के उद्देश्य से मोबाइल एप्प का सहारा लेगी, साथ ही ऑनलाइन वेबसाइट इसी कड़ी में बनाए जाएंगे जहां सहज और सरल तरीके से संस्कृत भाषा को बच्चे से लेकर बूढ़े तक सीख पाएंगे.

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संस्कार भारती और लोक भाषा प्रचार समिति ने उठाया बीड़ा
संस्कृत भाषा के प्रचार को लेकर संस्कार भारती के साथ लोक भाषा प्रचार समिति ने ऑनलाइन संस्कृत भाषा प्रचार एप्प और वेबसाइट के माध्यम से फैलाने का बीड़ा उठाया है. इसके अलावा आगामी दिनों में जल्द ही दस दिवसीय संस्कृत शिविर का आयोजन किया जाएगा. जिसमें दस वर्ष के बच्चे से लेकर साठ वर्षीय वृद्ध नि:शुल्क शरीक होकर संस्कृत भाषा सीख सकेंगे.

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