सरायकेला: राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार आगामी 3 मार्च को अपना दूसरा बजट पेश करने जा रही है. केंद्र सरकार के बजट पारित होने के बाद अब झारखंड के सरायकेला जिले के कारोबारियों और दुकानदारों में बजट को लेकर कई उम्मीदें हैं. कोरोना काल के बाद इस साल का बजट कारोबारियों के लिए राहत प्रदान करने वाला होना चाहिए. ऐसी मांग कारोबारी कर रहे हैं.
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कपड़ा व्यवसायी संदीप कुमार भालोटिया ने नए बजट पर उम्मीद जाहिर की है कि इस साल सरकार कपड़ा व्यवसायियों के लिए विशेष ख्याल रखें क्योंकि कोरोना काल के दौरान लंबे समय तक कपड़े दुकान बंद थे. उन्होंने बताया कि झारखंड में टेक्सटाइल का माल महाराष्ट्र और गुजरात से अधिकतर आता है. ऐसे में झारखंड में अगर सरकार टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर फोकस करें तो लोगों को रोजगार मिलेगा और लागत भी कम पड़ेगी.
व्यवसायी आनंद झा ने बताया कि कोरोना के बाद बाजार पूरी तरह से उठ नहीं पाया है और लोग केवल मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से खरीदारी कर रहे हैं. कच्चे माल में मूल्य वृद्धि होने के कारण तैयार सामानों के भी मूल्य बढ़े हैं, ऐसे में ग्राहक काफी सोच समझकर बाजार का रुख कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगर इस साल सरकार बजट पर विशेष फोकस करें तभी छोटे कारोबारियों को सहूलियत होगी.
दुकानदार रंजीत कुमार सतपति ने बताया कि सरकार बजट में मंझले और छोटे व्यवसायियों के हितों का ख्याल रखें. उन्होंने सरकार से मांग की है कि कोरोना के बाद प्रभावित व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने के उद्देश्य से सरकार सब्सिडी का प्रावधान तय करे. साथ ही जरूरत के मुताबिक व्यवसायियों को कम ब्याज पर लोन भी प्रदान हो.
व्यवसायी शंकर अग्रवाल बताते हैं कि टैक्स में कारोबारी और दुकानदारों को छूट मिलना ही चाहिए, क्योंकि अगर टैक्स बढ़ता है तो इसका अतिरिक्त बोझ ग्राहकों पर ही पड़ता है. ऐसे में सीमित दायरे में टैक्स रखा जाए ताकि सभी का फायदा हो सके.