सरायकेला : ईचागढ़ और कुकड़ु क्षेत्र में झुंड से बिछड़ा एक हाथी ग्रामीणों के जी का जंजाल बन गया है. हाथी रात होते ही जंगल से निकलकर गांवों का रुख कर लेता है. यहां हाथी घरों में तोड़फोड़ कर घर में रखे अनाज खा ले रहा है. इस बीच कुकड़ु प्रखंड के कई गांवों में हाथी ने सोमवार देर रात 16 घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. बाद में इन घरों में रखा अनाज भी खा लिया.
ये भी पढ़ें-केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने संकल्प से सिद्धि-मिशन वन धन का किया शुभारंभ, जानें योजना की खास बातस्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि चौका टोला, टांढ़ चौका में सोमवार देर रात हाथी ने उत्पात मचाया. हाथी ने टोला के 11 घरों को तोड़ डाला, यहां रखे अनाज भी चट कर दिया. वहीं हाथी ने आदारडीह में तीन और केन्दाआन्दा गांव में दो घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. इसमें आदारडीह गांव की चार वर्षीय बच्ची मलबे में दब गई. इससे बच्ची घायल हो गई. चौका टांढ़ टोला के घर टूटने से अब ग्रामीणों के पास रहने का ठिकाना नहीं रहा. वे खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर हैं.
ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
इधर, मंगलवार को सूचना मिलने पर जिप उपाध्यक्ष अशोक साव, बीडीओ गिरजाशंकर महतो, वनपाल मुकेश महतो दलबल के साथ गांव पहुंचे और क्षति का जायजा लिया. जिप उपाध्यक्ष और बीडीओ ने अपने स्तर से ग्रामीणों के बीच 10 kg चावल, 500 gm दाल, 1 तिरपाल का वितरण किया. वहीं वन विभाग की ओर से टॉर्च और पटाखा का भी वितरण किया. इधर वनकर्मियों के गांव पहुंचते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. बेघर हुए ग्रामीणों ने खाने के लिए राशन और जल्द मुआवजे की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि हाथी ने जीतेन, भूषण, चांदा, शिवानी, शंभू , बुका लोहार, मालती भुंइया सहित 16 लोगों के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है.
बेघरों को स्कूल भवन में ठहराया
जिला परिषद उपाध्यक्ष अशोक साव ने भी वन कर्मियों को फटकार लगाई. उन्होंने रेंजर को घटना की जानकारी दी और त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि एक हाथी जो लगातार क्षेत्र में घरों को क्षति पहुंचा रहा है, वन विभाग उसे भगा नहीं पा रहा है. बीडीओ गिरजा शंकर महतो ने बेघर हुए परिजनों को गांव के स्कूल भवन में ठहराया और राशन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया.