झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

सरायकेला: साइबर ठगी का शिकार हुआ किसान विशेश्वर महतो, जालसाजों ने बैंक खाते से उड़ाए 59 हजार - राजनगर थाना

कोरोना काल में साइबर अपराध की घटना बढ़ी है. सरायकेला के एक किसान को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाते हुए खाते से 59 हजार से अधिक रुपये उड़ा लिये. जिसकी जांच अब पुलिस कर रही है.

seraikela
किसान के साथ जालसाजी

By

Published : May 23, 2021, 1:08 PM IST

सरायकेला: देश में एक ओर जहां कोरोना महामारी का तांडव जारी है. वहीं दूसरी ओर फ्रॉड करने वालों का हौसला भी काफी बुलंद है. इसके साथ ही साइबर ठगी को लेकर लाख जन जागरूकता के बावजूद लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला राजनगर थाना अंतर्गत चांगुआ गांव में सामने आया है. गांव के एक किसान विशेश्वर महतो के बैंक खाते से साइबर अपराधियों ने 59 हजार रुपये उड़ा लिए.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़े-सरायकेला: अंतर जिला बाइक चोर गिरोह का फरार शातिर गिरफ्तार, प्रोफेशनल तरीके से करता था चोरी

धान की राशि ट्रांसफर करने के बहाने आया कॉल

पूरी घटना के बाद विशेश्वर महतो ने कहा कि 19 मई की सुबह 9:00 से 10:00 के बीच एक फोन कॉल इस नंबर 7646057515 से आया. जिसमें कहा गया कि “मैं सरायकेला डीएसओ ऑफिस से बोल रहा हूं. आपके धान की राशि का दूसरा भुगतान का किस्त आपके खाते में नहीं ट्रांसफर हो पा रहा है. कृपया अपना एटीएम का 16 डिजिट नंबर दीजिए.” किसान विशेश्वर ने धान की राशि का दूसरा किस्त खाते में ट्रांसफर नहीं होने की बात समझते हुए उसने सारी जानकारी फोन कॉल करने वाले को दे डाली. इसी के साथ ही किसान विशेश्वर के बैंक खाते में जमा कुल ₹59,208 में से ₹59200 चंद मिनट में ही गायब हो गए और खाते में मात्र ₹8 शेष रह गया.

कई किसानों के पास आया उसी नंबर से कॉल

जिसके बाद विशेश्वर ने 20 मई को मामले की शिकायत राजनगर थाने में आवेदन देकर किया. इसके बाद इस फर्जीवाड़े की खबर राजनगर समेत आसपास के इलाके में तेजी से फैल गई और लोग सतर्क हो गए. लेकिन इसी दौरान बताया जा रहा है कि 20 और 21 मई को राजनगर के लगभग 12 से 15 किसानों को उसी नंबर से कॉल आया और ठीक उसी प्रकार दूसरे किसानों को भी ठगने की कोशिश की गई. लेकिन सतर्क हो चुके लोग और किसान इस बार ठगी का शिकार होने से बच गए.

घटना से नाराज हैं किसान

इस घटना के बाद सभी किसानों ने मांग की कि गरीब किसान दोबारा ऐसे ठगी का शिकार ना बन पाए, इसलिए ऐसे अज्ञात साइबर अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. ताकि किसान अपनी मेहनत की कमाई बचा सके.

ABOUT THE AUTHOR

...view details