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सरायकेला-खरसावां विधानसभा में शांतिपूर्ण चुनाव कराना बड़ी चुनौती, 6 महीने में 5 नक्सल वारदात

नक्सल प्रभावित सरायकेला और खरसावां विधानसभा क्षेत्र में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना जिला प्रशासन और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है. बता दें कि पिछले 6 माह में सरायकेला-खरसावां जिले में 5 नक्सली घटनाओं ने लगातार जिला पुलिस की नींद उड़ा कर रखी है.

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सुरक्षा में तैनात जवान

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Published : Dec 3, 2019, 9:10 PM IST

सरायकेला: नक्सल प्रभावित सरायकेला और खरसावां विधानसभा क्षेत्र में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना जिला प्रशासन और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. पिछले लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक पांच बार नक्सलियों ने अपनी जोरदार उपस्थिति दर्ज करा कर जिला पुलिस को चुनौती दी है, तो वहीं इस बार जिला पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने का दावा किया है.

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6 माह में 5 नक्सली वारदात
पिछले 6 माह में सरायकेला-खरसावां जिले में 5 नक्सली घटनाओं ने लगातार जिला पुलिस के लिए चुनौती बना रखी है. लोकसभा चुनाव से लेकर अब विधानसभा चुनाव तक हुए नक्सली वारदातों ने यह साबित किया है कि अब तक जिले से नक्सलवाद समाप्त नहीं हुए हैं.

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सक्रिय है दस्ता
वहीं, नक्सली दस्ते खासकर सरायकेला-सरसावां जिले में सक्रिय महाराज प्रमाणिक और अनल दस्ते ने बीते 6 माह में 5 बार अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज की है. जो कि निश्चित तौर पर जिला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है. हालांकि जिला पुलिस विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के पुख्ता इंतजाम होने का दावा कर रही है.

लगातार वारदात
बात करें नक्सल वारदातों की तो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले खरसावां में नक्सली महाराज प्रमाणिक दस्ते ने अपनी धमक देते हुए खरसावां में भाजपा कार्यालय को आरडीएक्स से उड़ाया था. वहीं घटना के ठीक बाद लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही कुचाई थाना क्षेत्र के हुडंगड़ा जंगल में एंटी नक्सल अभियान को जा रहे पुलिस पेट्रोलिंग को उड़ाने की नाकाम साजिश की गई थी. जिसमें 10 से भी अधिक आईडी ब्लास्ट किए गए थे.

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सर्च ऑपरेशन से लौट रहे जवानों पर हमला
लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही, 28 मई की सुबह कुचाई थाना क्षेत्र के राय सिंदरी पहाड़ी पर सुबह तकरीबन 4बजे सर्च ऑपरेशन से लौट रहे पुलिस जवानों पर हमला किया गया था. साथ ही आईडी ब्लास्ट कर 11 पुलिस जवानों को घायल किया गया था. बीते 15 जून को बेखौफ नक्सलियों ने दुस्साहस का परिचय देते हुए तिरूलडीह थाना क्षेत्र के कुकड़ू बाजार में पांच पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या गला रेत और गोली मारकर की थी.

नक्सली और पुलिस की मुठभेड़
इधर, इन नक्सली घटनाओं के बाद पुलिस पूरी तैयारी के साथ एंटी नक्सल अभियान चला रही थी कि बीते 28 नवंबर को एक बार फिर कुचाई के राय सिंदरी और बनडीह जंगल में नक्सली और पुलिस की मुठभेड़ हुई. जिसमें पुलिस ने एक नक्सली के मारे जाने का दावा किया था. हालांकि वह ग्रामीण ही निकला और पुलिस इसके हत्या के मामले की आज भी जांच कर रही है. कुल मिलाकर इन नक्सली वारदातों ने यह साबित किया है कि रह-रहकर नक्सली नेता और संगठन अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहते हैं.

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नक्सलियों के खिलाफ विशेष अभियान
पिछले छह माह के अंदर पांच नक्सली वारदात के बाद झारखंड पुलिस ने सरायकेला खरसावां जिले में विशेष नक्सल विरोधी अभियान चलाए. इसके तहत 12 एसआई की पदस्थापना की गई. साथ ही 100 अतिरिक्त पुलिस बल भी सभी नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात किए गए हैं.

तैनात किए जा रहे सुरक्षा बल
आगामी 7 दिसंबर और 12 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण को लेकर सरायकेला-खरसावां जिले में बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. इस संबंध में जानकारी देते हुए जिले के एसपी कार्तिक एस ने बताया कि सभी नक्सली घटनाओं को देखते हुए एंटी नक्सल अभियान तेज किए गए हैं. झारखंड पुलिस ने बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में की है. इसके अलावा चुनाव के मद्देनजर सभी संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र पर भी पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं, जिनमें मुख्य रूप से आईटीबीपी, सीआरपीएफ और बीएसएफ की टुकड़िया शामिल हैं.

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पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
7 दिसंबर को राज्य में होने जा रहे दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव के तहत 15 से भी अधिक विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं. जिनमें सरायकेला-खरसावां भी मुख्य रूप से शामिल है. ऐसे में चुनाव के दरमियान और चुनाव संपन्न कराने तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया जाना निश्चित तौर पर जिला और पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है.

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