सरायकेला: चुनाव नजदीक आते ही कई दिग्गज नेता अपना-अपना पाला बदल रहे हैं. कार्यकर्ता भी पुरानी पार्टियों का बैनर छोड़कर दूसरे कुनबे में शामिल हो रहे हैं. इसी कड़ी में सरायकेला के राजनगर प्रखंड के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का साथ छोड़ते हुए जेएमएम का दामन थाम लिया.
बढ़ रहा जेएमएम का कुनबा
राजनगर प्रखंड के महुलडीह में झारखंड मुक्ति मोर्चा के बैनर तले कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में सरायकेला विधायक चंपई सोरेन के नेतृत्व में प्रखंड के दर्जनों पंचायतों के सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ता बीजेपी छोड़कर जेएमएम में शामिल हो गए. वहीं इस कार्यक्रम में जेएमएम से नाराज लोगों ने भी अपने पुराने समर्थकों के साथ फिर से जेएमएम का दामन थाम लिया.
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जेएमएम विधायक ने कसा तंज
इस मौके पर सरायकेला विधायक चंपई सोरेन ने सरकार पर खूब तंज कसा और कहा कि बीजेपी के जुमलों और झूठे वादों से नाराज होकर पुराने कैंडरों की घर वापसी हुई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार ने झारखंड अलग राज्य निर्माण से लेकर आज तक 16 वर्षों तक शासन किया फिर भी विकास के नाम पर उनका प्रदर्शन जीरो है, जबकि रघुवर दास की नियोजन और शिक्षा नीति पर भी विधायक ने तीखी प्रतिक्रिया दी.
औद्योगिक मंदी और बंदी बनेगा चुनावी मुद्दा
बीजेपी के शासनकाल में सरायकेला के औद्योगिक क्षेत्र समेत देश और राज्य में छाए औधोगिक मंदी को जेएमएम इस बार अपना चुनावी मुद्दा बनाएगी. इस कार्यकर्ता सम्मेलन के मौके पर जेएमएम नेताओं ने सरकार की उद्योग नीति को विफल करार देते हुए इसे आगे चुनावी मुद्दा बनाए जाने की भी बातें कही.