सरायकेला: सरायकेला थाना अंतर्गत धातकीडीह गांव में करीब डेढ़ साल पहले घटी तथाकथित मॉब लिंचिंग और जेल में हुई चोरी के आरोपी तबरेज अंसारी की मौत का मामला अब लोगों के जेहन से लगभग मिट चुका है. हालांकि पुलिस अब भी मामले पर अपनी सतर्क निगाहें बनाए हुए हैं. मामले में उक्त दिन चोरी हुए दो मोबाइल के खरीदार खरसावां के कदमडीहा गांव निवासी आरिफ अंसारी को मोबाइल के साथ धर दबोचा है. बताया जा रहा है कि आरिफ अंसारी चोरी के मोबाइल की खरीद-फरोख्त करता रहा है.
मामले के अनुसंधानकर्ता रहे थाना प्रभारी सनोज कुमार चौधरी ने काफी सजगता के साथ मामले की जांच करते हुए आरोपी आरिफ को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. उक्त घटना को लेकर भारत की संसद में भी काफी कोलाहल मचा था. साथ ही मामला पूरे देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ था.
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तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग मामला: चोरी का मोबाइल ऑन होते ही पुलिस के हत्थे चढ़ा आरिफ अंसारी, 2 आरोपी शिकंजे से दूर
17 जून 2019 को धातकीडीह गांव में घटी चोरी की घटना में गांव के हेमसागर प्रधान और राजेश प्रामाणिक के घर से 2 मोबाइल चोरी होने का मामला दर्ज कराया गया था. इसके बाद से ही पुलिस ने दोनों मोबाइल का आईएमआई ट्रेसिंग के लिए सर्विलांस पर रखा था. 2 दिन पहले ही चोरी हुए दोनों मोबाइल के ऑन होते ही पुलिस ने आरिफ के घर पहुंचकर मोबाइल के साथ उसकी गिरफ्तारी की है.
सर्विलांस पर थे मोबाइल
17 जून 2019 को धातकीडीह गांव में घटी चोरी की घटना में गांव के हेमसागर प्रधान और राजेश प्रामाणिक के घर से 2 मोबाइल चोरी होने का मामला दर्ज कराया गया था. इसके बाद से ही पुलिस ने दोनों मोबाइल का आईएमआई ट्रेसिंग के लिए सर्विलांस पर रखा था. 2 दिन पहले ही चोरी हुए दोनों मोबाइल के ऑन होते ही पुलिस ने आरिफ के घर पहुंचकर मोबाइल के साथ उसकी गिरफ्तारी की है.
क्या था मामला
17 जून 2019 को सरायकेला थाना अंतर्गत धातकीडीह गांव में चोरी की घटना घटी हुई. इसमें ग्रामीणों ने मौके पर खदेड़कर चोरी के एक आरोपी खरसावां के कदमडीहा निवासी तबरेज अंसारी को पकड़ा था. जबकि रात के अंधेरे का फायदा उठाकर उसके दो अन्य आरोपी साथी मोहम्मद इरफान और नुमेर अली फरार होने में सफल रहे थे. बाद में चलकर हाई प्रोफाइल बने उक्त मामले में अब तक पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में असफल रही है. दोनों फरार आरोपियों के खिलाफ उनके परिजनों ने भी थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज नहीं कराया. उस रात गांव के तीन घरों हेमसागर प्रधान, राजेश प्रमाणिक और कमल महतो के घरों में चोरी की घटना को अंजाम दिए जाने की बात बताई गई थी. बताई गई घटना के अनुसार, मौके पर ग्रामीणों ने आरोपी तबरेज अंसारी की की जमकर पिटाई की. हालांकि इसके बाद पुलिस ने तबरेज को ग्रामीणों से अपने कब्जे में लेकर मेडिकल कराने के बाद जेल भेज दिया था. इसके तीन दिन बाद सरायकेला मंडल कारा में तबरेज का स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.