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सरायकेला: अप्रोच सड़क निर्माण को मिली स्वीकृति, बेकार पड़ा है करोड़ों की लागत से बना पुल - सरायकेला में अप्रोच सड़क निर्माण

सरायकेला से खरसावां को जोड़ने वाले खप्परसाही पुल के अप्रोच रोड के निर्माण को स्वीकृति मिल गई है. सड़क नहीं होने से करोड़ों की लागत से बना पुल बेकार पड़ा हुआ था.

approval for approach road construction in seraikela
अप्रोच सड़क निर्माण

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Published : Mar 30, 2021, 12:19 PM IST

सरायकेला: जिले के मुख्य मार्ग पर खप्परसाही गांव के पास संजय नदी पर बना नया पुल सालों बीतने के बाद भी अब तक शुरू नहीं किया जा सका है. करोड़ों की लागत से बने इस पुल के एक छोर पर अप्रोच सड़क नहीं होने के कारण लोग अभी छोटे और जर्जर पुल से होकर आवागमन करने को विवश हैं. पुल के अप्रोच रोड शुरू करने की कवायद प्रारंभ की जा रही है. जिससे अब जल्द ही नए पुल से आवागमन शुरू होगा और लोगों को छोटे पुल से होकर गुजरने में आ रही समस्याओं से निजात मिलेगी.

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4 साल पहले पुल का निर्माण
संजय नदी पर तकरीबन 4 साल पहले उच्चस्तरीय पुल का निर्माण किया गया था. इस पुल निर्माण के साथ-साथ एक किनारे अप्रोच रोड भी बनकर तैयार है. लेकिन दूसरे छोर पर अप्रोच रोड नहीं बन पाया है. नतीजतन 4 सालों से बनकर तैयार पुल केवल शोभा बढ़ा रहा है. अप्रोच रोड के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है. पथ निर्माण विभाग के सरायकेला प्रमंडल ने इसके लिए सरकार से करीब 29.49 लाख के आवंटन की मांग की थी. सरकार की ओर से 2 माह पूर्व विभाग को यह आवंटन राशि उपलब्ध करा दी गई है. जल्द ही पथ निर्माण विभाग भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी कर एप्रोच रोड बनाने की दिशा में कार्य प्रारंभ करेगी. जिससे लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी.

जर्जर पुल से बना रहता है खतरा
संजय नदी पर पुराने पुल से फिलहाल रोजाना सैकड़ों वाहनों का आवागमन हो रहा है. पुराना पुल जर्जर अवस्था में है और पुल के दोनों छोर पर लगे गार्ड वाल भी कई साल पहले टूट चुके हैं. जिससे हमेशा दुर्घटना का खतरा बना रहता है. जबकि पुराना होने के कारण पुल की अवस्था भी ठीक नहीं है. सैकड़ों मालवाहक भारी वाहनों के परिचालन से भी पुल की स्थिति कमजोर हो रही है. बताया जाता है कि यह पुराना पुल 35 साल से भी अधिक समय पूर्व बनाया गया था. बरसात के महीनों में सबसे ज्यादा लोगों को पुराने पुल से होकर आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जबकि हल्की बारिश के बाद नदी उफान पर आते ही पुल पूरी तरह डूब जाता है.

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