साहिबगंज: जिला कृषि अनुमंडल के चौकीदार संतोष मोदी को सोमवार की रात 10: 30 बजे के आसपास अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी है. गोली लगने के बाद चौकीदार घायल होकर संयुक्त कृषि भवन के सामने सड़क पर गिर गया था. घायल अवस्था में उसने अपने मोबाइल से पत्नी नूतन को फोन कर घटना की जानकारी दी और जान बचाने की गुहार लगाई. चौकीदार ने पत्नी को बताया था कि अपराधियों ने उसे घेरकर चार गोलियां मारी हैं. जानकारी मिलने के बाद पत्नी और बेटी दौड़कर घटना स्थल पर पहुंची.
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मामले की जानकारी मिलते ही पत्नी पहुंची घटनास्थलः घटनास्थल पर खून से लथपथ पति को देकर पत्नी घबरा गई. चौकीदार ने अपनी पत्नी को बताया कि चार अपराधियों ने मेरी बाइक को रोक कर मुझे चारों तरफ से घेर लिया और गोली मार दी. चारों अपराधी चेहरे पर नकाब लगाए हुए थे. इस कारण अपराधियों का चेहरा नहीं देख सका. गोली लगने से गंभीर रूप से घायल चौकीदार ने पत्नी से कहा कि मुझे बचा लो, मैं जीना चाहता हूं.
पत्नी वाहन चालकों से मांगती रही मदद, लेकिन किसी ने नहीं रोकी गाड़ीःवहीं पत्नी ने पति की ऐसी हालत देखकर सड़क से गुजर रहे वाहन चालकों से मदद मांगी, लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया. पत्नी लोगों से पति की जान बचाने के लिए मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने सुनी. इस तरह आधा घंटा बीत गया और खून काफी निकल गया. इसी बीच जिरवाबाड़ी थाना की गाड़ी मौके पर पहुंची और गंभीर अवस्था में सड़क पर पड़े घायल चौकीदार को वाहन से सदर अस्पताल भिजवाया.
सदर अस्पताल पहुंचने के बाद घायल चौकीदार ने तोड़ा दमःसदर अस्पताल में इलाज के क्रम में कुछ मिनटों के बाद ही घायल चौकीदार ने दम तोड़ दिया. यदि समय रहते चौकीदार संतोष मोदी को अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी. वहीं चिकित्सकों के अनुसार चौकीदार संतोष मोदी को चार गोलियां लगी थी. जिसमें एक गोली छाती में फंस गई थी. इस कारण गंभीर रूप से घायल चौकीदार ने कुछ मिनटों में ही दम तोड़ दिया.
सोमवार रात 10:30 बजे के आसपास हुई वारदातःवहीं मामले में चौकीदार संतोष मोदी के छोटे पुत्र गोलू कुमार ने कहा कि हम लोग किसी शादी में गए थे. पिताजी हर दिन की तरह शाम को दुकान में सामान लेने बाजार गए थे. शाम को 8:30 बजे सामान लाने को कह बाइक से निकले थे. लौटने के वक्त रात के 10:30 बजे के आसपास घटना हुई है. वहीं चौकीदार संतोष मोदी मूल रूप से बिहार के पूर्णिया जिला के धमधा का निवासी था. वह अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र और दो पुत्री सहित भरापूरा परिवार छोड़ गया है. जिसमें एक बेटी लक्ष्मी की शादी कर चुका था. वहीं मृतक चौकीदार का संतोष मोदी का भाई अरविंद मोदी ऑटो चलाता है और अपने भाई के साथ ही रहता है.
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का किया गया पोस्टमार्टमःवहीं शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में किया गया. मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यपालक दंडाधिकारी प्रेम दास की मौजूदगी में डॉ शहनवाज, डॉ ओमप्रकाश, डॉ मोहन मुर्मू ने शव का पोस्टमार्टम किया. उसके बाद जिरवाबाड़ी थाना पुलिस ने शव को स्वजनों को सौंप दिया. मामले में जिरवाबाड़ी थाना पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर अपराधियों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है.
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जिला कृषि पदाधिकारी ने घटना को बताया दुखदः इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी सुबोध प्रसाद सिंह ने कहा कि घटना बेहद दुखद है. इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. पिता की मृत्यु के बाद 2004 में अनुकंपा पर संतोष को नौकरी दी गई थी. संतोष काफी मिलनसार व्यक्ति था. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. मृतक चौकीदार के परिवार को अनुकंपा पर नौकरी देने के लिए विभाग को पत्र लिखा जाएगा.