साहिबगंजः कोरोना महामारी को रोकने और मरीज को सुविधा देने के लिए जिला स्तर पर वायरोलॉजी लैब का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा था. इस वायरोलॉजी लैब की पहल राजमहल लोकसभा सांसद विजय हांसदा ने की थी. सांसद निधि से इस वायरोलॉजी लैब का निर्माण किया जा रहा था, लेकिन इसका काम ठप हो गया है.
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वायरोलॉजी लैब से लाभ
इस वायरोलॉजी लैब से मरीज को काफी सहूलियत मिलती. एक दिन में 1 हजार सैंपल जांच कर स्वास्थ्य विभाग को सुपुर्द होता, जिससे मरीज और विभाग को भी सहूलियत मिलती. वहीं समय की भी बचत होती, क्योंकि कोविड मरीज की जांच कीट धनबाद या रांची भेजा जाता था, जिसकी रिपोर्ट 15 दिन के बाद मिलती था. तब तक मरीज कोविड पॉजिटिव है या निगेटिव बाद में पता चलता था. ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग को काफी परेशानी होती थी, लेकिन एक दिन में यह जांच रिपोर्ट विभाग को मिलती तो आसानी से कोरोना जैसी महामारी पर काबू पाने में विभाग को सहूलियत मिलती.
फंड का अभाव
यह वायरोलॉजी लैब जिला सदर अस्पताल के प्रांगण में खोला जा रहा है. इस वायरोलॉजी लैब में पूरी तरह से हाईटेक मशीन लगाई गई है. 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, बाकी फंड की कमी की वजह से यह वायरोलॉजी लैब अब तक नहीं खुल सका. दिल्ली की बनाने वाली कंपनी फंड का रोना रो रही है तो स्वास्थ्य विभाग एग्रीमेंट का हवाला देकर फंड छोड़ नहीं रहा हैं. ईटीवी भारत ने जब सिविल सर्जन अरविंद कुमार से इस बाबत बात की तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आ गया है, बनाने वाली कंपनी को फिर से रिमाइंड कराता हूं, आशा करता हूं कि बहुत जल्द संसाधन की कमी को दूर करते हुए इसे पूरा कर लिया जाएगा और जल्द सांसद के हाथों इसका शुभारंभ कर दिया जाएगा.