डीएफओ मनीष तिवारी का बयान साहिबगंज:जिला के उधवा पक्षी अभ्यारण झील का विकास करने को लेकर साहिबगंज जिला वन प्रमंडल विकास विभाग एक्टिव हो चुका है. पिछले साल अभ्यारण झील हजारीबाग वन प्रमंडल से साहिबगंज वन प्रमंडल को हैंडओवर कर दिया गया है. उसके बाद साहिबगंज जिला प्रशासन, डीएमएफटी फंड और वन विभाग के फंड से इस अभ्यारण झील के विकास में जुटा है, ताकि आने वाले पर्यटक को यह सुंदर झील लुभा सके और स्थानीय व जिला प्रशासन को उससे होने वाले राजस्व का लाभ मिल सके.
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प्रकृति परिचायक केंद्र से मिलेगी ये जानकारी: वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी ने कहा कि हजारीबाग से हैंडओवर लेने के बाद उधवा पक्षी अभ्यारण झील में कई काम कराए जा रहे हैं. इस झील में एक प्रकृति परिचायक केंद्र बनाया जा रहा है. जिससे यहां आने वाले पर्यटक को डिजिटल माध्यम से कई जानकारी मिल सकेगी. जैसे झील के अंदर 30 प्रजाति की मछलियां पाई जाती हैं. उसकी आवाज कैसी है, उसकी दिनचर्या कैसी होती है, वह दिखाई जाएगी. इसके साथ ही साथ उधवा पक्षी अभ्यारण झील के इलाके में 146 तरह के पक्षी पाये जाते हैं. उन पक्षियों की आवाज, उनका रहन सहन सहित पक्षी के क्या नाम हैं, उन सारी चीजों की जानकारी प्रकृति परिचायक केंद्र से मिल सकेगी. इसके अलावा वेटलैंड की भी जानकारी दी जाएगी. यहां वाच टावर का निर्माण कराया जा रहा है, जहां से वन विभाग कर्मी इस झील का निरीक्षण कर सकेंगे, ताकि यह पता चल सके कि कोई पक्षी और मछली का शिकार तो नहीं कर रहा है.
पर्यटकों के मनोरंजन का खास ख्याल:गेस्ट हाउस का भी विकास कराया जा रहा है और वहां पहुंचने वाले पर्यटक यदि रुकना चाहे तो उन्हें सारी सुविधा दी जाएगी. बच्चों के लिए पार्क की व्यवस्था कराई जा रही है. इसके अलावा पर्यटकों के मनोरंजन का भी ख्याल रखा जा रहा है. डीएफओ ने बताया कि आने वाले दिनों में उधवा पक्षी अभ्यारण झील विश्व पटल पर पहचान मिलेगी. इससे प्रभावित होकर देश-विदेश से पर्यटक यहां पहुंचकर इस खूबसूरत झील के नजारे का लुत्फ उठाएंगे. पर्यटकों की सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाएगा. जिला प्रशासन को राजस्व की अच्छी खासी प्राप्ति भी होगी और बेरोजगार युवाओं को रोजगार का भी मार्ग प्रशस्त होगा.