साहिबगंज: मंडरो प्रखंड क्षेत्र के मिर्जाचौकी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग शिक्षिका सुप्रिया वर्णवाल ने योग सिखाया. इस दौरान अनुलोम विलोम, सेतुबंध आसन, भुजंगासन ताड़ासन आदि सिखाया गया. योग शिक्षिका ने कहा कि योग लोगों में सकरात्मकता और ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है. इसलिए सभी लोगों को योग अवश्य करना चाहिए. योग से शरीर और मन दोनों को शांति मिलती है. साथ ही उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में जिस प्रकार से कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, ऐसे में शरीर की इम्युनिटी को बनाए रखने के लिए योग की भी अहम भूमिका है.
साहिबगंज में मिर्जाचौकी पर शिक्षिका ने सिखाया योग, कहा-इससे मन और शरीर दोनों को मिलती है शांति
आज छठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. हर साल पूरी दुनिया 21 जून को विश्व योग दिवस मनाती है. इस मौके पर साहिबगंज में भी योग दिवस मनाया गया.
योग दिवस क्यों मनाया जाता है
योग को दुनियाभर में चर्चित भारत ने ही किया है. साल 2015 में ही विश्व योग दिवस की शुरूआत हो गई थी. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को योग से 11 दिसंबर 2014 को अवगत कराया था. इसी समय विश्वभर में योग को पहचान दिलाने को लेकर भारत की तरफ से कवायद तेज कर दी गई थी. अंत में जाकर संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों के सदस्यों ने योग दिवस मनाने को लेकर प्रस्ताव को मजूरी दे दी थी. साल 2015 में जब पहली बार विश्व योग दिवस मनाया गया उस दौरान लगभग 10 करोड़ लोगों ने दुनियाभर में योग किया था. साथ ही इसमें से लगभग 3 करोड़ लोगों ने अकेले अमेरिका में योगाभ्यास किया था. अगर बीते सालों में योग दिवस क थीम्स की बाद करें तो साल 2015 में इसे पहली बार आयोजित किया गया था. इस दौरान इसका थीम भारत सरकार की तरफ से ‘सद्भाव के लिए योग’ रखा गया था. इस दौरान 84 देशों ने इसमें भाग लिया था. इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम घर पर योगा, परिवार के साथ योगा करना है.