साहिबगंजः जिला में गरीबी और अशिक्षा की वजह से लोग अक्सर मानव तस्करों के झांसे में आ जाते हैं. इसी बात का फायदा उठाकर आदिवासी लड़के-लड़कियों का सौदा कर देते हैं. साहिबगंज का आदिवासी बहुल इलाका भी इससे अछूता नहीं है. लेकिन इस बार पुलिस ने मानव तस्करों की मंशा पर पानी फेर दिया और 6 तस्करों को शिकंजे में लिया है.
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साहिबगंज बहुल आदिवासी क्षेत्र है, यहां भुखमरी, गरीबी, बेरोजगारी जैसी समस्याओं का फायदा उठाकर दलाल यहां के मासूम लोगों को पैसों और रोजगार का लालच देकर दूसरे राज्यों में ले जाते हैं. मानव तस्कर पैसे का प्रलोभन और रोजगार दिलाने के नाम पर यहां के आदिवासी युवक-युवती को दिल्ली, मुंबई, कोलकाता सहित बड़े शहरों में लेकर चले जाते हैं. जहां उनका शारीरिक मानसिक और आर्थिक शोषण होता है.
मंगलवार को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बोरियो थाना अंतर्गत गठित पुलिस टीम ने दो बोलेरो को रोका. जिसमें 13 लोगों जिसमें 9 नाबालिग और 4 व्यस्क को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया. इस कार्रवाई में पुलिस ने 6 तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. साथ में दोनों बोलेरो गाड़ी को भी जब्त कर कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए सभी आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है.
जिला पुलिस कप्तान अनुरंजन किस्पोट्टा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि यह सभी लोग बोरियो और बरहेट का रहने वाले हैं, सभी लोगों को सकुशल घर भेज दिया जाएगा. नाबालिग बच्चों को बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत कर संरक्षण दिया जाएगा. एसपी ने कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि बोरियो के रास्ते बोअरिजोर होते हुए सड़क मार्ग से दो बोलेरो पर मानव तस्कर की ओर से दिल्ली ले जाए जा रहे हैं. सूचना के बाद सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई और सघन छापेमारी के दौरान दोनों बोलेरो वाहन को पकड़ा गया. दोनों बोलेरो से 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.