जानकारी देते जिला सहकारिता पदाधिकारी साहिबगंज: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार (डीडीएम) से संबंधित बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में आपदा से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की गयी. साथ ही आगामी बाढ़ से निपटने के लिए रणनीति पर चर्चा हुई. वहीं मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना पर चर्चा करते हुए इस बार बी कैटेगरी के किसान को दी जाने वाली राशि पर मुहर लगा दी गयी. जिला के 4 हजार 149 किसान के खाते में प्रति हेक्टयर 8500 रुपया जाएगा लेकिन शर्त के अनुसार जिनको पूर्व में 3 हजार 500 रुपया मिल चुका है वो राशि काटकर किसानों को आवंटित किया जाएगा.
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जिला के बी कैटेगरी के किसान जिनकी 33 प्रतिशत से अधिक फसल बर्बाद हो गयी है. वैसे किसान के खाते में प्रति हेक्टयर 8500 रुपया और अधिकतम दो हेक्टयर के भूमि वाले किसान को 17 हजार 000 रुपया मिलेगा. लेकिन राज्य सरकार के शर्त के अनुसार पूर्व में जिन किसानों को 3 हजार 500 रुपया मिल चुका है, वैसे किसान को भूमि की देय राशि में कटौती करके खाते में भेजा जाएगा. यह राशि सुखाड़ राहत योजना की अग्रिम राशि है.
जिला सहकारिता पदाधिकारी राम प्रसाद ने कहा कि इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बैंक को लिस्ट के साथ राशि भेज दी जाएगी. एक साथ जिला के 4 हजार 149 किसान के खाते में एक करोड़ 49 लाख 50 हजार 294 रुपया भेज दिया जाएगा. आपदा से इस मद में राशि मांगी गई थी, जिसमें जिला प्रशासन को 1.5 करोड़ मिला था. बता दें कि शनिवार को बैंक खुला रहेगा तो कल ही राशि किसान के खाते में जाएगी. अगर बैंक बंद रहा तो सोमवार को शाम तक मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना की राशि किसानों तक पहुंच जाएगी.
2022 में वर्षा नहीं होने से झारखंड के चार जिला को छोड़ सभी जिला सुखाड़ क्षेत्र घोषित हो गया था, जिसमें साहिबगंज में शामिल है. जिला कृषि विभाग की तरफ से 90 हजार किसान का सर्वे कर लक्ष्य रखा गया था. अप्रैल माह तक जिला में 2 लाख 18 हजार 242 किसान ने ई-केवाईसी कर योजना का लाभ लेने के लिए दावा किया. अभी तक 74 हजार 285 किसान को (ए, बी और सी कैटेगरी) मिलाकर 25 करोड़ 99 लाख 97 हजार 500 राशि खाते में भुगतान कर दिया गया है. इन सभी किसान को 3 हजार 500 रुपया करके भुगतान किया है. जिला में अभी तक लक्ष्य के विरुद्ध 1 लाख 28 हजार 249 अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जिसमें पिछले साल बुआई नहीं करने वाले किसान 55 हजार 559, 33 प्रतिशत से अधिक क्षति किसान 14 हजार 846 और भूमिहीन कृषक मजदूर की संख्या 1 लाख 47 हजार 843 है.
इस मीटिंग में साहिबगंज डीसी राम निवास यादव की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार से संबंधित बैठक आयोजित की गई. वहीं विगत के वर्ष में सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए आदिम जनजाति कृषकों को 433 क्विंटल मकई और 259 क्विंटल बरबटी के बीज वितरण का भी निर्णय लिया गया है. बैठक के क्रम में आगामी मानसून को देखते हुए बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारियों को लेकर समीक्षा की गई. उपायुक्त ने वैसे अंचल जो गंगा नदी के किनारे अवस्थित है, उन अंचलाधिकारीयों को संबंधित क्षेत्रों से 04 प्रशिक्षित गोताखोर चिन्हित करने का निर्देश दिया. उन्होंने जिले में उपलब्ध मोटर बोट की स्थिति की जानकारी ली. जहां अपर समाहर्ता को निर्देशित किया कि सभी बोट चलंत स्थिति में हो यह सुनिश्चित करें.
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