झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

बेटी को गोद में उठाने से पहले ही शहीद हुए कुंदन, पत्नी से कहा था- जल्द आउंगा देखने - भारत चीन बॉर्डर पर जवान शहीद

लद्दाख में चीनी सैनिकों से हुई हिंसक झड़प में साहिबगंज के कुंदन कुमार ओझा शहीद हो गए हैं. मंगलवार की शाम परिजनों को उनकी शहादत की सूचना मिली. इसके बाद गांव में मातम छा गया. कुंदन 17 दिन पहले ही पिता बने थे. तब उन्होंने अपनी पत्नी से कहा था कि वह जल्द ही अपनी बेटी से मिलने आएंगे.

शहीद कुंदन ओझा के पिता के छलके आंसू
martyr Kundan Ojha father deceited tears

By

Published : Jun 17, 2020, 1:12 PM IST

Updated : Jun 17, 2020, 8:12 PM IST

साहिबगंज:लद्दाख में चीनी सैनिकों से हुई हिंसक झड़प में जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दिहारी गांव निवासी कुंदन कुमार ओझा शहीद हो गए हैं. मंगलवार की शाम परिजनों को उनकी शहादत की सूचना मिली. इसके बाद गांव में मातम छा गया.

देखें पूरी खबर

17 दिन पहले बेटी का हुआ था जन्म

शहीद जवान कुंदन कुमार ओझा की उम्र 26 साल हैं. उनके पिता रविशंकर ओझा किसान हैं. इनकी मां भवानी देवी एक गृहणी है. वो 5 महीने पहले घर आए थे. अपने 4 भाई बहनों में वह दूसरे नंबर पर थे. कुंदन ने 2009 में कौदजन्ना से मैट्रिक तक की पढ़ाई की. इंटर साहिबगंज कॉलेज से 2011 में किया. 2011 में बिहार के दानापुर रेजिमेंट से बहाली हुई और 2012 में आर्मी में ज्वाइनिंग हुई थी. उनकी शादी 2017 में बिहार के सुल्तानगंज स्थित मीरहटी गांव में नेहा देवी से हुई थी. 17 दिन पहले उनकी एक बेटी हुई है.

शहीद कुंदन ओझा की बेटी

ये भी पढ़ें-रास चुनाव को लेकर आज बनेगी एनडीए-महागठबंधन की रणनीति, आजसू पार्टी पर दोनों खेमे की नजर

देश के लिए शहीद

शहीद कुंदन ओझा के पिता शिव शंकर ओझा ने रोते-रोते कहा कि उनका आसमान का तारा टूट गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है. देश के लिए वो अपने सभी बेटे को कुर्बान कर सकते हैं. बता दें कि भारत-चीन सीमा पर हुए झड़प में कुंदन समेत भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए हैं. चीन की सीमा पर लगभग 45 साल बाद भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों की इस तरह शहादत की पहली घटना है.

Last Updated : Jun 17, 2020, 8:12 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details