साहिबगंज: भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है जहां धर्म के आधार पर कोई कानून नहीं बनता. यहां सभी को सम्मान के साथ जीने, रहने और आस्था की आजादी है. मगर जब से मोदी कैबिनेट ने CAA लाया मानो पूरा देश दो खेमे में बंट गया है. एक ओर लोग सर्मथन कर रहे हैं तो दूसरी ओर विरोध का माहौल बना हुआ है. इस विरोध की आंच अब झारखंड के भी कई जगहों पर देखने को मिल रहा है.
फिलहाल झारखंड में चुनावी माहौल है. झारखंड के कई ऐसे क्षेत्र हैं जैसे साहिबगंज, राजमहल, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, जामताड़ा, महेशपुर और पोड़ैयाहाट में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद कथित तौर पर हजारों बंगलादेशी इन क्षेत्रों में बस गए थे. ऐसे लोगों का मानना है कि अगर कानून झारखंड में लागू होगा तो उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.