साहिबगंजः जिला प्रशासन इस बार 21 लैंपस का चयन कर किसान को धान के बिक्री की सुविधा दे रही है. जिससे वो अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर धान बेच सके. इसके साथ ही सरकार की योजना का लाभ शत-प्रतिशत ले सके. प्रशासन की ओर से भी ऐसे तमाम धान क्रय केंद्रों से धान खरीदी का लक्ष्य भी निर्धारित है.
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साहिबगंज में धान खरीदी के लिए चयनित 21 लैंपस में से एक महादेवगंज लैंपस भी है. लेकिन यहां का आलम ऐसा है कि धान खरीदी शुरू हुए तीन दिन गुजर चुके हैं. अब तक इस केंद्र से धान का एक दाना नहीं खरीदा गया. गेट बंद है, जर्जर हालत ऐसी कि मानों वर्षों से किसी ने यहां पैर नहीं रखे हैं. दफ्तर के नाम पर एक बदरंग जीर्ण-शीर्ण ढांचा है. सबसे बड़ी बात है कि धान क्रय केंद्र के गेट के बाहर कुत्ता से सावधान Danger Beware of Dog का बोर्ड लगा है. शायद ये भी वजह है कि किसान इस धान क्रय केंद्र में आने से कतरा रहे हैं.
महादेवगंज लैंपस अध्यक्ष विष्णुदेव मंडल ने इस पर रोशन डालते हुए कहते हैं कि वर्षों से इस कमिटी को किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि वो कमिटी के अध्यक्ष हैं और पुत्र सचिव है पर उन्हें किसी तरह सुविधा अब तक नहीं मिली है, ना बैठने की जगह है ना धान तौलने की मशीन. दफ्तर के बंद रहने से वहां असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा रहता है. धान खरीदी को लेकर पूछे गए सवाल पर महादेवगंज लैंपस अध्यक्ष विष्णुदेव बताते हैं कि अभी तो किसानों ने धान काटा ही नहीं है, धान अब तक पहुंचा नहीं है जनवरी के महीने से धान की खरीदी शुरू होगी. लैंपस में कुत्ता और गेट पर Beware of Dog के बोर्ड को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं वहां कोई कुत्ता नहीं है, अगर है तो उसे वहां से निकाल दिया जाएगा.