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CAA के विरोध में मुस्लिम महिलाओं की बुलंद होती आवाज, साहिबगंज में निकाला शांतिपूर्ण मार्च

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Published : Jan 20, 2020, 9:27 PM IST

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर अब झारखंड में भी महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया है. सोमवार को साहिबगंज में हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाओं ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में सड़क पर निकली. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से लाए गए मुस्लिम विरोधी कानून को वापस लेने की अपील किया.

Muslim women march in Sahibganj in protest against CAA
मुस्लिम महिलाओं का विरोध मार्च

साहिबगंज: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है. इन प्रदर्शनों में अब युवाओं के साथ-साथ महिलाएं भी भागीदारी निभा रही है. सोमवार को साहिबंगज में भी हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाओं ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया.

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दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ होने वाले प्रदर्शनों को महीने भर से ज्‍यादा समय हो गया है. ऐसे में अब सीएए के खिलाफ झारखंड में भी प्रदर्शन शुरू हो गया है. इन प्रदर्शनों में महिलाओं और बच्‍चों की भागीदारी भी काफी ज्यादा देखने को मिल रही है. सोमवार को साहिबगंज में सीएए, एनआरसी और एनआरपी के विरोध में मुस्लिम महिलाओं ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किए. इस दौरान शहर के रेलवे जनरल इंस्टिट्यूट में जिले के सभी प्रखंड से आए हुए लोगों का पहले जुटान हुआ और फिर कतारबद्ध होकर शांतिपूर्ण मार्च निकाला गया.

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कानून को वापस लेने तक जारी रहेगा विरोध

विरोध प्रदर्शन के दौरान सभी लोग हाथों में बैनर-पोस्टर के साथ नारेबाजी करते हुए मार्च कर रहे थे. महिलाओं ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में स्लोगन लिखा हुआ था. यह रैली रेलवे जनरल इंस्टिट्यूट से पैदल मार्च करते हुए साहिबगंज के पटेल चौक होते हुए सब्जी मार्केट और एलसी रोड पहुंचा. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ईटीवी भारत के माध्यम से केंद्र सरकार को अपना संदेश दिया. उन्होंने कहा कि हर हाल में इस कानून को केंद्र सरकार को वापस लेना होगा. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जबतक यह कानून सरकार वापस नहीं लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

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