साहिबगंज: संदिग्ध मौत के बाद दिवंगत दारोगा लाल जी यादव का अंतिम संस्कार उनके पैतृक शहर में मुनीलाल श्मशान घाट पर संपन्न हो गया. दिवंगत दारोगा को उनके 3 साल के बेटे आनंद कुमार यादव ने मुखाग्नि दी. दारोगा के अंतिम संस्कार के बाद उनके पिता ने इसे सुनियोजित हत्या करार देते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
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पार्थिव शरीर को देखने उमड़ी भीड़:इससे पहले दिवंगत दारोगा के पार्थिव शरीर को रांची से साहिबगंज स्थित उनके पैतृक निवास कबूतर खोपी लाया गया. जहां उनके शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. दारोगा के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उनके निवास के बाहर उमड़ पड़ी. दारोगा को देखने आए सभी लोगों ने उनकी ईमानदारी और स्वभाव की प्रशंसा की. लोगों के मुताबिक काफी गरीबी से पढ़ाई लिखाई के बाद वे यहां तक पहुंचे थे.
दिवंगत दारोगा को गार्ड ऑफ ऑनर:पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के बाद दारोगा लालजी यादव का अंतिम यात्रा निकाली गई. जिसमें हजारों लोग शामिल हुए. शहर की कई गलियों से गुजरते हुए अंतिम यात्रा मुनीलाल श्मशान घाट पहुंचा. जहां उन्हे पुलिस जवानों के द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
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3 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि:दोपहर 12:30 बजे मुनीलाल श्मशान घाट पर दिवंगत दरोगा को उनके 3 साल के बेटे आनंद कुमार यादव ने मुखाग्नि दिया. बच्चे के मुखाग्नि देने के बाद परिजन घाट पर ही फूट-फूट कर रोने लगे. लालजी यादव का विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार किया. इस दौरान घाट और उनके निवास स्थान पर सुरक्षा के सख्त इंतजाम देखे गए.
दिवंगत दारोगा लालजी यादव को 3 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि पिता ने की सीबीआई जांच की मांग:अंतिम संस्कार के बाद दिवंगत लालजी यादव के पिता ने हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि एसपी प्रत्येक महीना 5 लाख रुपया मांगता था. वसूली के लिए बराबर दबाव बनाता रहता था. बेटा बातचीत में हमसे यह हमेशा बोलता रहता था. उन्होंने कहा कि ये आत्महत्या नहीं है सोची समझी साजिश के तहत हत्या कर आत्महत्या का रूप दिया गया है. डीटीओ भी गलत काम करने के लिए दवाब बना रहा था. लेकिन यह इमानदारी पर अड़े रहे और नतीजा यह निकला कि थाना से हटाया और उसके बाद ये घटना घट गया. लालजी यादव के पिता ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.