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मुख्यमंत्री के गढ़ में विपक्षी पार्टियों का हल्ला बोल कार्यक्रम, राज्य सरकार को बताया गया हर मोर्चे पर विफल

साहिबगंज के बाढ़ पीड़ितों को अब तक राहत सामग्री नहीं मिलने से राजमहल विधायक अनंत ओझा ने हल्ला बोल कार्यक्रम आयोजित कर विरोध प्रदर्शन किया. पिछले दिनों मुख्यमंत्री की ओर से बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वे भी किया गया था.

halla bol program held over getting relief material for flood in sahibganj
मुख्यमंत्री के गढ़ में विपक्षी पार्टियों का हल्ला बोल कार्यक्रम, राज्य सरकार को बताया गया हर मोर्चे पर विफल

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Published : Aug 21, 2021, 9:03 PM IST

साहिबगंज: शनिवार को राजमहल विधायक अनंत ओझा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गढ़ में हल्ला बोल कार्यक्रम कर विरोध प्रदर्शन किया. विपक्षी पार्टियों ने सड़क पर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया.

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राज्य सरकार को बताया हर मोर्चे पर विफल

पिछले दिनों मुख्यमंत्री की ओर से बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वे किया गया था. आपदा सचिव ने दौरा किया था. लेकिन अभी तक बाढ़ में डूबे कई गांवों को जिला प्रशासन की ओर से राहत सामग्री नहीं दिए जाने पर हल्ला बोल कार्यक्रम किया गया. राजमहल बीजेपी विधायक अनंत ओझा (Rajmahal BJP MLA Hum Anant Ojha) ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है. साहिबगंज अभी बाढ़ से जूझ रहा है.

विपक्षी पार्टियों का हल्ला बोल कार्यक्रम

आपदा सचिव अमिताभ कौशल और पेयजल सचिव की ओर से पिछले दिनों बाढ़ क्षेत्र का दौरा किया गया था. एक दिन के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) की ओर से भी बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वे किया गया. जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया था कि किसी भी सूरत में बाढ़ पीड़ितों को परेशान नहीं होना चाहिए, लेकिन अभी तक इन गांव में एक दाना भी प्रशासन की ओर से नहीं दिया गया.

राजमहल विधायक अनंत ओझा ने किया प्रदर्शन

बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिली राहत सामग्री
विधायक ने कहा कि साहिबगंज जिला में 2.5 लाख लोग बाढ़ से पीड़ित हैं. जिला प्रशासन और राज्य सरकार की गलत नीति के चलते बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं दी जा रही है. सरकार सिर्फ खजाना बचाना चाहती है. जिला प्रशासन सरकार के इशारे पर चल रही है. उन्होंने कहा कि दियारा क्षेत्र के अलावा शहरी क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी घुसने से लोग परेशान हैं. कई दिनों से बिजली व्यवस्था ठप है. लोग धर्मशाला में शरण लिए हुए हैं, लेकिन राज्य सरकार और जिला प्रशासन सोई हुई है. उन्होंने कहा कि हल्ला बोल कार्यक्रम बाढ़ पीड़ितों के लिए है. पारा शिक्षकों और आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए है. राज्य में विकास नहीं होने को लेकर है. हल्ला बोल कार्यक्रम राज्य में गिरते कानून व्यवस्था को लेकर है. तमाम मुद्दों को लेकर बीजेपी की ओर से विरोध किया गया.

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