साहिबगंजः झारखंड का साहिबगंज जिला बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है, प्रत्येक वर्ष बाढ़ जैसी आपदा में हजारों लोग बेघर हो जाते हैं. करोड़ों की संपत्ति बर्बाद हो जाती है, जानमाल जान की बर्बादी होती है. इस वर्ष भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए 28 सेंटीमीटर तक पहुंच चुकी है, पानी यानी खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है. इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.
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साहिबगंज के दियारा क्षेत्र में गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ पानी घरों में घुस गया है. लोग अपनी जान बचाने के लिए मचान बनाकर रह रहे हैं. साथ ही साथ छोटे-छोटे मवेशियों को भी मचान में रख रहे हैं. दियारा क्षेत्र में धीरे-धीरे अब भयावह स्थिति बनती जा रही है. लोग धीरे-धीरे अपने मवेशियों और परिवार के साथ शहर की तरफ कूच करने लगे हैं. लगातार बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट पूर्वानुमान के अनुसार 24 घंटे में दोगुना रफ्तार से गंगा में बढ़ोतरी हो रहा है.
दियारा क्षेत्र का रामपुर और दुर्गा टोला में पानी घुस चुका है, जल्द से जल्द इन लोगों को वहां से निकाला नहीं गया तो अनहोनी हो सकती है. लोगों के घरों में पानी घुसने से अपना खाना भी मचान पर ही बना रहे हैं. हालांकि जिला प्रशासन और सामाजिक संगठन की ओर से दौरा किया जा रहा है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है.
दियारा क्षेत्र में पानी घुसने का साथ मवेशी पालक अपने मवेशियों को लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचने लगे हैं. लगभग हजारों मवेशी दियारा क्षेत्र से निकाले जा रहा हैं. लोगों का कहना है कि दियारा डूबने से उनका चारा खराब हो चुका है. मवेशी के सामने खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो चुकी है, अब जिला प्रशासन से ही मदद मिलने की उम्मीद है.