साहिबगंज: गंगा नदी में बेवजह नहीं जाएं और ना ही स्नान करें, नदी पार करना हो तो सोच समझकर और सावधानी से करें. ये कहना है साहिबगंज डीएफओ मनीष तिवारी का. आगे उन्होंने कहा कि गंगा नदी में इन दिनों मगरमच्छ का दिखना खतरे से खाली नहीं है.
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साहिबगंज में मगरमच्छ देखे जाने को लेकर डीएफओ ने कहा कि अमूमन गंगा नदी में मगरमच्छ नहीं दिखता था. लेकिन हाल के दिनों में नदी में मगरमच्छ नजर आ रहा है. इससे लोगों को सावधान रहने की जरुरत है. साथ ही ऐसे जीव को जाल में फंसाने के उसे बजाय सुरक्षा प्रदान करें. डीएफओ ने मछुआरों से अपील करते हुए कहा कि वो चार इंच से कम जाल का इस्तेमाल ना करें अगर पकड़े जाएंगे तो उनपर कानूनी कार्रवाई होगी. हाल के दिनों में मंगलहाट में मगरमच्छ देखा गया था जो लगातार दो दिनों तक ग्रामीणों को नजर आया. बुधवार को मगरमच्छ के एक बच्चे का शव मिलने से ये बात और पुख्ता हो गयी कि गंगा नदी में मगरमच्छ है.
बुधवार सदर प्रखंड के दियारा क्षेत्र रामपुर गांव के मुहाना पर गंगा नदी में मगरमच्छ का बच्चा मृत अवस्था में नदी में पाया गया. इस खबर को सुनकर वन विभाग हरकत में आ गया. डीएफओ मनीष तिवारी ने अपनी टीम के साथ बुधवार दोपहर तत्काल दौरा कर मगरमच्छ के बच्चे के शव को कब्जे में लिया. पशु पालन विभाग के चिकित्सकों द्वारा किये गये पोस्टमार्टम से मालूम चला कि उसकी मृत्यु भूख की वजह से हुई है. क्योंकि मगरमच्छ मछली पकड़ने वाले जाल में काफी देर तक उलझी रही. इस घटना के बाद से डीएफओ ने आम लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है. बता दें कि गंगा नदी में कुछ मवेशी पालक अपने जानवर का चारा लाने के लिए दियारा नाव से जा रहा था. बिजली घाट के सामने रामपुर दियारा क्षेत्र के नदी के किनारे पानी में मगरमच्छ को देखा गया.