पाकुड़: साहिबगंज जिला के चर्चित बरहरवा थाना कांड संख्या 85/20 को अब प्रवर्तन निदेशालय ने हैंडओवर (ED takes over case) ले लिया है. ईडी द्वारा केस को हैंडओवर लिए जाने के बाद मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है. यह मामला राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से जुड़ा हुआ है.
जानिए कौन है शंभू नंदन, बरहरवा थाना कांड को ईडी ने क्यों लिया हैंडओवर - टोल टैक्स का टेंडर
व्यवसायी शंभू नंदन, जिसके केस को ईडी ने हैंडओवर लिया है. साहिबगंज के बरहरवा थाना के केस की ईडी जांच होगी, इसके लिए उन्होंने केस हैंडओवर लिया है. ये जिला के चर्चित बरहरवा थाना कांड (case of Barharwa police station) संख्या 85/20 है. इस रिपोर्ट से जानिए क्या है पूरा केस.
![जानिए कौन है शंभू नंदन, बरहरवा थाना कांड को ईडी ने क्यों लिया हैंडओवर ED takes over case of Barharwa police station in Sahibganj](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-15479119-thumbnail-3x2-shambhu.jpg)
इस मामले में जब केस के वादी शंभू नंदन कुमार (Shambhu Nandan Kumar) से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि बरहरवा नगर पंचायत द्वारा वर्ष 2020 में टोल टैक्स का टेंडर निकाला और इस टेंडर को मैनेज करने के लिए राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के मोबाइल से मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने टेंडर में भाग नहीं लेने को लेकर व्यवसायी शंभू नंदन को धमकी दी गयी, जिसका ऑडियो क्लिप वायरल हो गया. इसके बाद जब शंभू नंदन टेंडर में भाग लेने बरहरवा नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे तो उसके साथ मारपीट हुई.
इस घटना को लेकर शंभू नंदन ने बरहरवा थाना में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित 11 नामजद व अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. बाद में बरहरवा थाना में शंभू नंदन के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. शंभू नंदन कुमार ने बताया कि जब बरहरवा थाना में करायी गयी प्राथमिकी में पुलिस ने पक्षपात करते हुए मुख्य अभियुक्त का नाम हटा दिया और उनके ऊपर ही प्राथमिकी दर्ज करा दी. शंभू नंदन ने बताया सरकार में रहने के कारण इन अभियुक्तों को फायदा मिला और उन्हें न्याय नहीं मिला इसलिए उसने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के अलावा कई मंत्री एवं अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई और अब उनके द्वारा की गयी प्राथमिकी को ईडी ने हैंडओवर लिया है.
शंभू नंदन ने बताया कि अब यह आस जगी है कि न्याय मिलेगा. शंभू नंदन ने बताया कि कुछ दिन पहले ईडी ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया भी था. उन्होंने बताया कि जब प्राथमिकी दर्ज कराई गयी थी उस वक्त से कई बार अज्ञात लोगों द्वारा धमकी दी जाने लगी और इसकी जानकारी प्रशासन को देते हुए सुरक्षा की मांग की गयी पर सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गयी और अब ईडी के अधिकारी को भी लिखित रूप से दिया गया है ताकि सुरक्षा मिल सके. बता दे कि शंभू नंदन कुमार वर्षों से पाकुड़, बरहरवा एवं राजमहल टोल टैक्स, मैरेज हॉल, पार्क का टेंडर लेने और उसे संचालन करने का काम करते आ रहे हैं.