साहिबगंज: ओडिशा के बालेश्वर में हुए ट्रेन एक्सीडेंट में मृत तीन लोगों में से दो का शव उनके घर पहुंचा. जिसके बाद पूरे इलाके में मातम छा गया. वहीं मृत तीन लोगों में दो भाई थे. दोनों भाइयों में से एक का ही शव साहिबगंज पहुंचा है. एक भाई के शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है.
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बता दें कि ओडिशा के बालासोर जिला के बहानगा स्टेशन से 2 किलोमीटर दूर पनपना के पास शुक्रवार की शाम भीषण ट्रेन एक्सीडेंट में करीब 288 लोगों की मौत हुई है. वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. इस हादसे में साहिबगंज के भी 6 लोग शिकार हुए हैं. इसमें से 3 की मौत हो गई, जबकि 3 घायल हुए हैं.
शव पहुंचते ही मची चीख पुकार: इस ट्रेन एक्सीडेंट में शहर के पुरानी साहिबगंज के चौधरी टोला निवासी भीम कुमार चौधरी (25) और रिश्ते में उसके भाई राम मोहन (26) की मौत हो गई. जबकि उसका पड़ोसी अनंत कुमार चौधरी (35) घायल है. बुधवार को हादसे में मारे गए पुरानी साहिबगंज निवासी राम मोहन चौधरी का शव देर शाम साहिबगंज लाया गया, जिसके बाद इलाके में मातमी चीख पुकार फैल गई. परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. शव का अंतिम संस्कार मुनीलाल श्मशान घाट पर किया गया. वहीं भीम चौधरी के शव की शिनाख्त पूरी तरह से नहीं हो पाने के कारण अभी उसका शव परिजनों को नहीं सौंपा गया है.
मिर्जाचौकी के सोनू महत्तो का शव पहुंचा पैतृक घर:वहीं मिर्जाचौकी के गांधीनगर का रहने वाले सोनू महत्तो उम्र 30 वर्ष का भी पार्थिव शरीर उसके पैतृक घर पहुंचा. परिजन उसे एंबुलेंस से लेकर पहुंचे, सोनू महतो की पहचान परिजनों ने ही की थी. चेहरा चूर होने की वजह से उसे पहचान पाना मुश्किल था. परिजनों ने शरीर में तिल और कपड़े से उसकी पहचान की. इसके बाद परिजनों ने ओडिशा रेल प्रशासन से डीएनए टेस्ट कर शव को सौंपने की बात कही. रिश्तेदार रंजीत महत्तो ने कहा कि शव के पहचान होने के 24 घंटा के बाद डीएनए टेस्ट का रिपोर्ट आया. जिसके बाद सोनू महतो का शव उन्हें मिला. उसके बाद वे निजी एंबुलेंस कर मिर्जाचौकी पहुंचे हैं.
गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस भीषण दुर्घटना का शिकार हो गई थी. तेज रफ्तार से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस ने एक मालगाड़ी में टक्कर मार दी थी. जिससे कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां पलट गई और कुछ बोगियां यशवंतपुर एक्सप्रेस की कुछ बोगियों से टकरा गई, जिससे हादसा बड़ा हो गया और इस हादसे में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गवा दी.