साहिबगंज: झारखंड के साहिबगंज जिले के लिए अच्छी खबर है. यहां 38 करोड़ रुपए की लागत से गोशाला की जमीन पर डेयरी प्लांट बनाया जा रहा है. 2 लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग क्षमता वाले इस प्लांट को 6 महीने के अंदर तैयार कर जिला प्रशासन को सौंप दिया जाएगा. डेयरी प्लांट के बनने से जिले और आस पास के मवेशी पालकों में खुशी की लहर है.
वीडियो में देखिए पूरी खबर साहिबगंज की गिनती पिछड़े जिलों में होती है और यहां कोई उद्योग धंधा नहीं है. इस जिले में दूध उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है लेकिन खरीदार नहीं मिलने पर मवेशी पालकों को काफी परेशानी होती है. जिले के लाल बथानी, महादेवगंज, डिहारी, पुरानी साहिबगंज, रामपुर दियारा, बखारपुर और रामपुर सहित कई गांव के लोग दूध बेचकर अपने परिवार का जीविकोपार्जन करते हैं. दूध की सही कीमत नहीं मिलने पर ये न तो अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ा पाते हैं और ना ही अपने मवेशियों को भरपेट चारा खिला पाते हैं.
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मवेशी पालकों को लाभ
किसानों के अनुसार डेयरी प्लांट में दूध की सही कीमत मिलेगी और एकमुश्त पैसा मिलने से बचत भी होगी. फिलहाल गाय का दूध 35 रुपए और भैंस का दूध 40 रुपए प्रति लीटर की दर से बिकता है. डेयरी प्लांट में दूध के लिए सही दाम दिया जाएगा. डेयरी खुलने से यहां का दूध झारखंड के अलावा, बिहार, बंगाल और नेपाल तक भेजा जा सकेगा.
ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार
केंद्र सरकार साहिबगंज को आकांक्षी जिला घोषित कर चुकी है और इसके विकास के लिए हर साल करीह 50 करोड़ रुपए दिए जाते हैं. इसी कड़ी में नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के सहयोग से डेयरी प्लांट बनया जा रहा है. स्थानीय विधायक अनंत ओझा ने बताया कि जब तक ग्रामीण अर्थव्यवस्था ठीक नहीं होगी और ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिलेगा, तब तक जिले और राज्य का विकास नहीं होगा.
डेयरी प्लांट साहिबगंज का कायाकल्प कर सकता है. आने वाले समय में दूध उत्पादन में ये जिला अव्वल जिलों में शामिल हो जाएगा और यहां के लोगों का चौमुखी विकास होगा.