साहिबगंजः गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) के मौके पर गंगा स्नान करने का एक अलग ही महत्व है. गंगा स्नान कर पूजा पाठ करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. माना जाता है कि गंगाजल का मात्र आचमन करने से सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है. साहिबगंज जिला में उत्तरवाहिनी गंगा (Uttarvahini Ganga) है, जिसमें स्नान करने का भी एक अलग महत्व है. रविवार सुबह से ही गंगा घाट (Ganga Ghat) पर श्रद्धालुओं की भीड़ (Crowd Of Devotees) देखने को मिली. लोग गंगा स्नान कर पूजा पाठ करने में व्यस्त नजर आए. पूजा-पाठ कर मंदिरों में भी भगवान शिव की पूजा आराधना की गई.
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जिला के राजमहल, चानन, लॉन्च, मुक्तेश्वर, शकुंतला सहाय, सोहनपुर भट्ठा, पत्थर घाट समेत इन सभी घाटों पर गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. इस दौरान लोगों ने कोरोना गाइडलाइन का भी पालन किया. स्नान के बाद दान करने का भी एक अलग रिवाज है.
श्रद्धालु का कहना है कि आज के दिन गंगा में स्नान करने से एक यज्ञ के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है. इसीलिए सभी गंगा स्नान कर रहे. ऐसी मान्यता है कि गंगाजल का मात्र आचमन करने से सारे फल की प्राप्ति हो जाती है.
हर साल ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष (Jyeshtha Shukla Paksh) की दशमी तिथि को गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) का पावन पर्व मनाया जाता है. इस साल 20 जून 2021 रविवार को गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जा रहा. इस दिन विधि-विधान से मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है.