सहिबगंजः सेंट्रल वाटर कमीशन के अनुसार गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल को पार कर खतरे की निशान की तरफ बढ़ चुका है. साहिबगंज में गंगा का जलस्तर खतरा के निशान 27.25 मीटर है, जबकि वार्निंग लेवल 26.25 मीटर है. वार्निंग लेवल पार करते ही गंगा उफान पर है, निचली इलाकों में पानी घुसना शुरू हो गया है. जिसके कारण किसानों को चिंता सताने लगी है.
साहिबगंज में गंगा का जलस्तर उफान पर, सैकड़ों बीघा में लगे फसल डूबे - साहिबगंज में बाढ़ की आशंका
साहिबगंज में गंगा वार्निंग लेवल के पार होने से सैकड़ों बीघा में लगे फसल डूबने लगे हैं. जिससे किसानों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. सेंट्रल वाटर कमीशन के अनुसार गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल को पार कर खतरे की निशान की तरफ बढ़ चुका है. साहिबगंज में खतरा का निशान 27.25 मीटर है, जबकि वार्निंग लेवल 26.25 मीटर है.
![साहिबगंज में गंगा का जलस्तर उफान पर, सैकड़ों बीघा में लगे फसल डूबे Crop wasted due to rise in Ganga water](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-8045599-thumbnail-3x2-ganga.jpg)
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सबसे अधिक परेशानी किसानों और पशु पालकों को होती है. दियरा क्षेत्र में लगे सैकड़ों बीघा में मकई और बाजरा जैसी फसलों में पानी प्रवेश कर जाने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि पानी प्रवेश करने के साथ ही मकई का पौधा सूखने लगता है. खेत में पानी भर जाने के कारण फसल सड़ने लगता है, वहीं दूसरी तरफ पशु चारा के लिए बाजरा भी सूखने लगा है. जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है. पिछले साल की तरह इस बार भी गंगा का पानी किसानों की कमर तोड़ रही है. किसानों का कहना कि गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिससे सैकड़ों बीघा में लगे फसल में पानी प्रवेश कर चुका है.