साहिबगंज: महागामा से कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सोमवार को उपायुक्त रामनिवास यादव से मिलने पहुंचीं. मामला 24 मार्च की आधी रात अंतरराज्यीय फेरी सेवा जहाज पलटने से गंगा में ओवरलोड ट्रक और लोगों के मारे जाने का मामला था. जिसमें गोडा जिला अंतर्गत ड्राइवर तबरेज आलम की मौत के बाद मिलने वाले मुआवजा को लेकर जानकारी ली. लेकिन उन्हें उपायुक्त से संतोषप्रद जवाब नहीं मिला, जिसको लेकर विधायक दीपिका पांडेय साहिबगंज डीसी से नाराज दिखीं.
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सोमवार को विधायक दीपिका पांडेय उपायुक्त से मिलकर जिला की समस्याओं से रूबरू हुईं. उपायुक्त ने सारे बिंदुओं पर विधायक को जानकारी दी. गंगा में जहाज पलटने पर मारे गए लोगों के मुआवजे पर भी जानकारी ली. इसको लेकर डीसी ने बताया कि घटना बिहार राज्य में हुई है, केस भी बिहार में मनिहारी थाना में हुआ है. जिसकी वजह से झारखंड सरकार के स्तर से मुआवजा नहीं दिया जा सकता है.
महागामा से कांग्रेस विधायक ने उपायुक्त के संरक्षण में फेरी सेवा घाट चलाने का आरोप लगाया, जिसे डीसी ने सिरे से खारिज कर दिया. विधायक ने कहा कि फेरी सेवा मामले को लेकर उपायुक्त से मिलने पहुंची थीं लेकिन उपायुक्त के द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया और ना ही मेरे आने पर किसी तरह का रिस्पॉन्स लिया. एक प्रशासनिक पदाधिकारी से उन्हें इस तरह का उम्मीद नहीं थी.
प्राप्त सूत्रों के अनुसार विधायक दीपिका पांडेय ने उपायुक्त पर अवैध तरीके से फेरी घाट चलाने का आरोप लगाया है. इसके अलावा माफिया को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया है. गंगा में डूबकर मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा नहीं देने का भी आरोप लगाया. साहिबगंज मनिहारी फेरी घाट आज भी रात में सेवा जारी है, यह भी आरोप विधायक ने उपायुक्त पर लगाया है.