साहिबगंज: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दो दिवसीय दौरे पर साहिबगंज पर हैं. दूसरे दिन सीएम जैप 9 के पारण परेड (पासिंग आउट परेड) में शामिल हुए. जहां उन्हे 502 प्रशिक्षु आरक्षियों ने सलामी दी. यहां सभी प्रशिक्षु को विधिवत ईमानदारी से अपने कार्य का निर्वाहन करने की शपथ दिलाई गई.
502 प्रशिक्षु आरक्षी में 94 महिला भी शामिल हैं. इनके शिक्षा की बात की जाए तो 30 ऐसे आरक्षी हैं जो नॉन मैट्रिक हैं. 305 मैट्रिक हैं और 105 इंटर पास हैं. 60 आरक्षी स्नातक हैं और दो स्नातकोत्तर हैं. इन सभी को 280 दिन की कठोर ट्रेनिंग के बाद आज अपने काम के लिए शपथ दिलाया गया जिसके बाद उन्हें झारखंड पुलिस की खाकी वर्दी, टोपी और चिन्ह दिया गया. ये सभी झारखंड के अलग-अलग जिलों में पदस्थापित किए जाएंगे. उत्कृष्ट परेड में भाग लेने वाले आरक्षी को प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी प्रशिक्षु आरक्षियों को शुभकामनाएं और बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. इसके अलावा उन्होंने आरक्षिओं को जन सेवा में अपना अहम योगदान देने की अपील भी की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल में भी महिलाओं की भागीदारी होने जा रही है. 94 महिला सिपाही होना नारी सशक्तिकरण का सपना साकार होने जैसा है. मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु आरक्षियों से कहा कि आपने बुनियादी प्रशिक्षण कार्यक्रम में जो कुछ सीखा है, उसका बखूबी इस्तेमाल अपने कार्यों एवं दायित्व निर्वहन में करेंगे. उन्हें पूरा विश्वास है कि वे परिवार और समाज के साथ तालमेल बनाकर अपने उत्तरदायित्व और जनता के प्रति संवेदना दिखाएंगे सीएम ने कहा सरकार इसी तरह महिलाओं के उत्थान के लिए भी निरंतर प्रयास करती रहेगी.
पारण परेड की समाप्ति के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने साहिबगंज के तीन शहीदों की पत्नी को सम्मानित किया. 16 जून 2020 को गलवान घाटी में चीनी सैनिक से मुठभेड़ में कुंदन ओझा की पत्नी नम्रता कुमारी को नियुक्ति पत्र मिला. श्रीनगर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए मुन्ना यादव की पत्नी को 10 लाख की सहायता राशि दी गई. वहीं, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद कुलदीप उरांव की पत्नी वंदना उरांव को 10 लाख का सहयता राशि दी गई.
शहीद होने के बाद मुन्ना यादव की पत्नी को 15 अगस्त 2021 को जिला प्रशासन ने नियुक्ति पत्र मिल गया था. शहीद कुंदन ओझा की पत्नी को राशि पहले मिल चुकी थी, आज नियुक्ति पत्र मिला. शहीद कुलदीप उरांव की पत्नी पहले से ही बंगाल पुलिस में हैं और आज उन्हें सहयता राशि मिली.