साहिबगंज: सिदो- कान्हो ने आदिवासी और गैर आदिवासियों को अंग्रेज, महाजनों के अत्याचार से आजाद करने में अहम भूमिका निभाई थी. ब्रिटिश हुकूमत की जंजीरों को तार-तार करने वाले इन वीर सपूतों के शहादत की याद में हर साल 11 अप्रैल को जयंती मनाई जाती है. इस अवसर पर समारोह का भी आयोजन किया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए किसी विशेष कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया, जिससे लोगों की भीड़ जमा हो सके.
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उपायुक्त राम निवास यादव, उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार और अन्य पदाधिकारियों ने सिदो-कान्हो के गांव बरहेट का भ्रमण किया. उन्होंने सबसे पहले पंचकटिया स्थित क्रांति स्थल पर सिदो-कान्हो की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. उसके बाद भोगनाडीह स्थित शहीदों के वंसजों से मुलाकात कर अंग वस्त्र भेंट किया. उपायुक्त ने इस दौरान ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी. उपायुक्त ने ग्रामीणों से राशन मिलने और अन्य चीजों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने लोगों को कोरोना संक्रमण को लेकर भी जागरूक किया.
शहीदों के परिजनों को सम्मान उपायुक्त ने किया कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का निरीक्षण
सिदो- कान्हो की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद उपायुक्त राम निवास यादव ने बरहेट प्रखंड के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने भोजन आदि की गुणवत्ता की जांच की, साथ ही स्कूलों में साफ-सफाई, बिजली की व्यवस्था, पानी की व्यवस्था, शौचालय की स्थिति की भी जांच की.