रांचीःझारखंड के 16 नक्सल प्रभावित जिलों में हिंसा से प्रभावित परिवारों के राहत और पुनर्वास के लिए झारखंड सरकार ने सार्थक पहल की है. श्रम विभाग ने नक्सल हिंसा से प्रभावित परिवार के युवक-युवतियों का नामांकन जिलों में स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में कराने का फैसला लिया है, जिसके बाद पुलिस मुख्यालय स्तर से नक्सल हिंसा प्रभावित जिलों से युवाओं को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है.
नक्सल प्रभावित परिवार के युवक-युवतियों का आईटीआई में होगा एडमिशन, पुलिस कर रही चिन्हित
झारखंड के 16 नक्सल प्रभावित जिलों में हिंसा से प्रभावित परिवारों के राहत और पुनर्वास के लिए झारखंड सरकार ने पहल की है. इन परिवारों का दाखिला आईटीआई कॉलेजों में होगा, इसके लिए पुलिस ऐसे परिवारों के युवक-युवतियों को चिन्हित करने में जुटी है.
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मुख्यालय को लिखा पत्र
श्रम विभाग के सचिव ने लिखा है कि उग्रवाद प्रभावित परिवारों के आश्रितों के लिए 16 जिलों में एलडब्लूई औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चलाए जा रहे हैं. इसके लिए परिवारों को चिन्हित कर उन परिवारों के युवक- युवतियों की लिस्ट आईआईटी को दी जाएगी ताकि सभी का नामांकन संबंधित जिले में हो सके. श्रम विभाग के पत्र के आधार पर राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को पत्र लिखा है, जिसमें जिलों के एसपी को आदेश दिया गया है कि उग्रवाद प्रभावित परिवारों के युवक- युवतियों की सूची जिलों को डीसी को संलग्न करते हुए आईटीआई कॉलेज के प्रचार्य को भी उपलब्ध कराएं, ताकि प्रभावित युवक- युवतियों का नामांकन कराया जा सके.
स्वरोजगार से जोड़ने की पहल
झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल होमकर के अनुसार आईटीआई से ट्रेनिंग लेने के बाद उग्रवाद प्रभावित परिवारों से आने वाले युवक-युवती रोजगार और स्वरोजगार से जुड़ सकते हैं. इसलिए योजना के तहत दो साल के कोर्स में उनका नामांकन कराया जाएगा.