रांची: आरयू के क्षेत्रीय जनजातीय भाषा विभाग में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में यूनिवर्सिटी के कुलपति रमेश कुमार पांडे और रजिस्ट्रार अमर कुमार चौधरी मुख्य रुप से मौजूद रहे. कार्यशाला के दौरान वीसी ने जल्द ही यहां शिक्षकों की नियुक्ति करने की बात कही, साथ ही आदिवासियों को प्रकृति संरक्षण का महानायक बताया.
बता दें कि साल 1980 में रांची विश्वविद्यालय द्वारा क्षेत्रीय जनजातीय भाषा विभाग की स्थापना की गई थी. यहां झारखंड के आदिवासियों द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं से संबंधित उच्च शिक्षा स्तर पर पीजी में डिग्रियां दी जाती है. इस विभाग में शिक्षकों की भारी कमी है और सालों से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है.
इस मामले को लेकर आदिवासी दिवस के उपलक्ष में ईटीवी भारत ने 'विलुप्त हो रही आदिवासी भाषा और आरयू में 9 भाषाओं पर 3 शिक्षक पदस्थापित' शीर्षक से एक खबर भी प्रकाशित किया था. वहीं, इस सेमिनार में पहुंचे वीसी रमेश कुमार पांडे ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही जेपीएससी के माध्यम से इस विभाग के लिए 29 शिक्षकों का पद भरा जाएगा. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार को इस संबंध में रोस्टर क्लीयरेंस के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा जानकारी दी गई है और जल्द ही इस विभाग के लिए नियमित शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे.
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बता दें कि वर्ल्ड ट्राईबल डे के मौके पर जनजातीय भाषा विभाग द्वारा आदिवासियों के जीवन शैली पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था. इस दौरान वीसी रमेश कुमार पांडे समेत यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार अमर कुमार चौधरी विभाग के विभागाध्यक्ष के अलावे काफी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए. इसी दौरान वीसी ने ईटीवी की टीम के साथ बातचीत के क्रम में विभाग में जल्द ही शिक्षकों की नियुक्ति के मामले को लेकर आश्वस्त किया.