रांचीःमुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. गव्य विकास एवं मत्स्य किसान प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित कार्यशाला में राज्य के 200 से ज्यादा प्रगतिशील डेयरी से जुड़े पशुपालकों ने हिस्सा लिया.
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कार्यशाला में मौजूद विभागीय सचिव अबू बकर सिद्दीक ने मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना की पशुपालकों को जानकारी दी. उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों को इस योजना के अंतर्गत तय लक्ष्यों को शत-प्रतिशत प्राप्त करने के लिए प्रयास करने का भी निर्देश दिया ताकि पशुपालकों को लिए आजीविका सृजन किया जा सके. कार्यशाला में कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख ने राज्य में झारखंड मिल्क फेडरेशन से संस्थागत दूध संग्राम व्यवस्था से अधिक से अधिक पशुपालकों को जोड़ने का अनुरोध किया. साथ ही अफसरों को मुख्यमंत्री पशुधन योजना के लिए लाभुकों के चयन की प्रक्रिया और पशु क्रय की प्रक्रिया को सरल करने की सलाह दी. वहीं इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का पशुपालकों को आश्वासन दिया.
मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना पर कार्यशाला, कृषि मंत्री ने चयन प्रक्रिया सरल करने का दिया आदेश
मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें पशुपालकों को राज्यस्तरीय पुरस्कार दिया गया.
इस कार्यशाला के दौरान दूध उत्पादन और गोपालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पशुपालकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार दिया गया. प्रथम पुरस्कार कोडरमा निवासी निर्मला देवी को दिया गया. उन्हें पुरस्कार के रूप में 51 हजार रुपया और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया. वहीं देवघर निवासी निकिता कुमारी को दूसरे पुरस्कार के रूप में 25 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया गया. वहीं रांची निवासी इंद्र देव महतो को तृतीय पुरस्कार के रूप में 11 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया गया. इसके साथ ही राज्य स्तरीय सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए.