रांची: कोरोना संक्रमण के बीच अंधविश्वास की एक कुप्रथा तेजी से पांव पसार रही है. भौजी साड़ी प्रथा नाम के इस चलन को समाज के महिलाएं अपना रही हैं. इस महामारी को रोकने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने के अलावा कई तरह के सावधानी बरतने की अपील की जा रही है. वहीं कई जगहों में सरकार के गाइडलाइन और मेडिकल सुविधाओं के साथ-साथ लोग अंधविश्वास का सहारा ले रहे हैं.
इसे भी पढ़ें:- स्वर्णरेखा नदी से सोना चुनकर जीवन चला रहीं ग्रामीण महिलाएं, मिलते हैं छोटे कण
पूजा-पाठ पहान के ओर से संपन्न कराया जा रहा है. पहान ने कहा कि इस पूजा का एक मकसद ननंद भौजी के बीच खराब रिश्ते को ठीक भी करना है और यह प्रथा सालों से चली आ रही है, कोरोना काल में गांव को बचाए रखें इसको लेकर यह पूजा किया जा रहा है, क्योंकि धरती की पूजा हो रही है, कोरोना महामारी गांव तक नहीं पहुंचे इसके लिए पूजा-पाठ कराया जा रहा है.