रांचीः वर्ष 2016 में पुलिस विभाग में कार्यरत हवलदार जोगेंद्र तुरी की हत्या नक्सलियों ने झारखंड बिहार बॉर्डर के बीच गिरिडीह जिले के पास कर दिया था. गिरिडीह जिले के रहने वाले जोगेंद्र तुरी पर नक्सलियों ने पुलिस के साथ मिलीभगत कर उनके खिलाफ षड्यंत्र करने का आरोप लगाया था. निर्मम हत्या के बाद जोगेंद्र तुरी की पत्नी गुड़िया देवी लगातार न्याय और सरकार से सहयोग की अपील कर रही है, लेकिन अब तक गुड़िया देवी को न्याय नहीं मिल सका है.
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मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंची
बॉर्डर विवाद का हवाला देते हुए पुलिस पदाधिकारी लगातार गुड़िया देवी को कभी बिहार तो कभी झारखंड जाने की बात कहकर मामले को टाल रहे हैं. यह मामला वर्ष 2016 का है और तब से लेकर आज तक जोगेंद्र की पत्नी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है. झारखंड और बिहार बॉर्डर के बीच घटना होने के कारण इस मामले को लटकाया जा रहा है. कभी महिला को बिहार जाने की सलाह दी जाती है, तो कभी झारखंड के अधिकारियों से गुहार लगाने की बात कही जाती है. अंत में थक हार कर पीड़िता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करने रांची पहुंची.हालांकि मुख्यमंत्री के साथ उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. लेकिन एसएसपी ने गिरिडीह के पुलिस पदाधिकारियों से बातचीत कर मामले की उन्हें जानकारी दी. साथ ही हर संभव मदद का भरोसा भी एक बार फिर गुड़िया देवी को मिला.