रांची: राजधानी रांची के कई इलाकों में जल स्तर नीचे जाने के कारण घरों के बोरिंग फेल होने लगे हैं. मुहल्लों में लगे सरकारी चापानल और कुआं सूख चूके हैं. ऐसे में या तो जल नल योजना के तहत सप्लाई वाटर पर लोगों को निर्भर होना पड़ रहा है या नगर निगम द्वारा मुहैया कराई जा रही वाटर टैंकर पर. मगर ये दोनों सेवा भी भरोसेमंद नहीं हैं. एक तो सप्लाई वाटर कब आयेगा ये निर्धारित नहीं है और दूसरा कई इलाकों में गंदा पानी आने की शिकायतें आ रही हैं, जिसे पेयजल में उपयोग नहीं किया जा सकता.
राजधानी के कई इलाकों में छाया जल संकट,सरकारी सिस्टम भी हो रहा फेल
एक तरफ गर्मी का सितम तो वहीं दूसरी तरफ पानी के संकट ने लोगों का जीना दुर्लभ कर दिया है. झारखंड में हर दिन नया रेकॉर्ड बना रहा है. गर्मी ने इस बार सारे रेकॉर्ड को तोड़ दिए हैं. हालत यह है कि हर जिले में औसत तापमान 38 से 43 डिग्री के बीच रह रहा है. इन सबके बीच रांची में जल संकट छा गया है.
Water crisis in Ranchi
रांची में जल संकट: कडरु बगीचा टोला निवासी राजा की मानें तो एक तो गंदा सप्लाई वाटर आता है, वहीं दूसरी ओर एक टैंकर पानी पूरे मुहल्ला के लिए आता है जिससे संभव नहीं है कि सभी को मिल जाय. इसी तरह की शिकायत रांची के विद्यानगर, हिंदपीढ़ी, रातू रोड और धुर्वा इलाके में देखने को मिल रही है.