रांची:एक तरफ आरयू ऑनलाइन पठन-पाठन का सहारा लेकर विद्यार्थियों तक स्टडी मैटेरियल पहुंचा रही है, साथ ही लगातार परीक्षाओं को भी ऑनलाइन ही कंडक्ट करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म भरे जाने को लेकर बैंकों में बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए हुए विद्यार्थियों को मजबूरन चालान कटाना पड़ रहा है.
सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल
लॉकडाउन के 2 महीने बाद रांची यूनिवर्सिटी को खोला गया है. शुरू में कहा गया था कि 33% कर्मचारियों को लेकर यूनिवर्सिटी में कामकाज निपटाए जाएंगे, लेकिन अब धीरे-धीरे 60% से अधिक कर्मचारी रांची विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पहुंचने शुरू कर दिए हैं. कामकाज में भी तेजी आई है. एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के अलावा तमाम विभागों में कामकाज को लेकर तत्परता देखी जा रही है, लेकिन कुछ जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है.
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बैंक का चक्कर काटने को मजबूर
ईटीवी भारत की टीम ने रांची विश्वविद्यालय की पड़ताल की. इस दौरान आरयू के विभिन्न विभागों में कर्मचारी सही तरीके से काम करते नजर आए, लेकिन बैंक में किसी भी तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए करीब सभी चीजों का ऑनलाइन ही काम निपटाया जा रहा है. फीस का भुगतान भी ऑनलाइन ही की जा रही है, लेकिन रांची विश्वविद्यालय के यूजी-पीजी और वोकेशनल कोर्स के विद्यार्थियों को परीक्षा फॉर्म भरने के अलावा विभिन्न मद में रुपए जमा करने के लिए बैंक का चक्कर काटना पड़ रहा है.
गाइडलाइन का अनुपालन
जब ईटीवी की टीम ने आरयू स्थित बैंक का मुआयना किया तो वहां सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर किसी तरह की जागरूकता नहीं दिखी. यहां न तो कोरोना वायरस का भय दिखा और न ही कोविड-19 को लेकर जारी किए गए गाइडलाइन का अनुपालन ही दिखा. मामले को लेकर जब हमारी टीम ने रजिस्ट्रार अमर कुमार चौधरी से बातचीत की तो उन्होंने कार्रवाई की मंशा लिए हमारी टीम के साथ ही बैंक पहुंचे और बैंक पहुंचकर बैंक कर्मचारियों के अलावा वहां लाइन में खड़े लोगों को फटकार लगाई और सामाजिक दूरी का तुरंत पालन करवाया.
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परीक्षा फॉर्म भरने के लिए बैंकों में कतार
बता दें कि रांची विश्वविद्यालय सबसे पुराना विश्वविद्यालय है. इसके अंतर्गत 22 पीजी विभाग और 13 कॉलेज है. विश्वविद्यालय में नामांकन तक तकनीकी माध्यम यानी की चांसलर पोर्टल से लिए जाने की तैयारी है और पिछले साल चांसलर पोर्टल से नामांकन भी लिया गया था, साथ ही कई गतिविधियां लगातार ऑनलाइन ही संचालित हो रही है, लेकिन यूजी-पीजी और वोकेशनल कोर्स के विद्यार्थियों को परीक्षा फॉर्म भरने के लिए बैंकों में कतार लगा कर चालान कटाना पड़ता है. यह सही नहीं है. इस ओर रांची विश्वविद्यालय को ध्यान देना होगा.
ऑनलाइन गतिविधियां लगातार संचालित
मामले को लेकर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अमर कुमार चौधरी ने हमारी टीम को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही इस दिशा में विश्वविद्यालय कदम उठाते हुए विद्यार्थियों के हित में फैसला लेगा. रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत कई कॉलेजों में ऑनलाइन तरीके से ही फॉर्म भरा जा रहा है और ऑनलाइन गतिविधियां लगातार संचालित हो रही है. सेमेस्टर की परीक्षाएं भी ऑनलाइन ही लिए जा रहे हैं.