झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

फफक कर रो पड़ी RU की नवनियुक्त कुलपति कामिनी कुमार, जानिए क्या है पूरा मामला?

रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे का कार्यकाल समाप्त हो गया. अपने कार्यकाल के अंतिम दिन मंगलवार को कुलपति रमेश कुमार पांडे ने विभिन्न विभागों का जायजा लिया. वहीं, विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति कामिनी कुमार ने पदभार ग्रहण कर लिया.

chancellor kamini kumar takes charge of ranchi university
फफक कर रो पड़ी RU की नवनियुक्त कुलपति

By

Published : Mar 2, 2021, 8:16 PM IST

रांचीःरांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे का कार्यकाल समाप्त हो गया. राजभवन की ओर से विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति कामिनी कुमार को कार्यकारी कुलपति नियुक्त किया गया है. मंगलवार की शाम कार्यकारी कुलपति कामिनी कुमार ने पदभार ग्रहण कर लिया.

देखें पूरी खबर

इसे भी पढ़ें-प्रोफेसर कामिनी कुमार बनी आरयू की कार्यकारी कुलपति, राजभवन ने जारी की अधिसूचना

आरयू कैंपस दिखा काफी भावुक
इससे पहले अपने कार्यकाल के अंतिम दिन मंगलवार को कुलपति रमेश कुमार पांडे ने विभिन्न विभागों का जायजा लिया और कर्मचारियों के साथ-साथ अधिकारियों, छात्र संघ से जुड़े नेताओं और विद्यार्थियों से भी मुलाकात की. बेसिक साइंस बिल्डिंग के अलावा आर्यभट्ट सभागार स्थित जूलॉजी विभाग में भी उन्हें कर्मचारियों की ओर से विदाई दी गई. इस मौके पर आरयू कैंपस काफी भावुक दिखा. वहीं प्रति कुलपति कामिनी कुमार फफक कर रो पड़ी. वीसी रमेश कुमार पांडे भी अपने आंसुओं को नहीं छिपा सकें. रमेश कुमार पांडे के साथ हमेशा रहने वाले उनके अंगरक्षक भी उन्हें गुलदस्ता देते हुए रो पड़े.



शिक्षकों को सातवां वेतनमान नहीं दे पाना एक मलाल
डॉ रमेश कुमार पांडे कुलपति के तौर पर विश्वविद्यालय में 6 साल रहें. 3 मार्च 2015 से 2 मार्च 2021 तक उन्होंने विश्वविद्यालय में सेवा दी हैं. कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडे ने कहा कि अपने 6 साल के कार्यकाल में विश्वविद्यालय के लिए शिक्षकों को सातवां वेतनमान नहीं दे पाना एक मलाल रह गया है. अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह में कई बार मुख्य अतिथि के तौर पर देश के राष्ट्रपतियों को बुलाया है. इसे देख यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों का हौसला बढ़ता दिखाई दिया. उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण काम हुए. अब रिटायरमेंट के बाद वे बागवानी में समय देना और स्कूली बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details