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टमाटर की कीमतों ने बिगाड़ा जायका, आसमान छू रही सब्जी की कीमत - Tomato prices rise in Ranchi

कोरोना वायरस के कारण बाजारों में महंगाई आसमान छू रही है. रांची के सब्जी बाजार में सब्जी के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. जिसका असर लोगों की जेब पर पड़ने लगा है. 10 रुपया प्रति किलो बिकने वाला टमाटर अब 60 रुपया प्रति किलो बिकने लगा है. जिससे आम जनता काफी परेशान है.

Vegetable prices rise drastically in Ranchi markets
सब्जी के मूल्यों में भारी इजाफा

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Published : Jul 14, 2020, 10:37 PM IST

रांची: राजधानी के बाजारों में हरि सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है. बाजारों में 10 रु. केजी बिकने वाला टमाटर अब 60 रु. प्रति केजी बिक रहा है, जिसका सीधा असर सामान्य वर्ग के लोगों के जेब पर पड़ रहा है. झारखंड में मानसून के प्रवेश करने और बारिश होने के कारण ही सब्जियों के रेट में काफी इजाफा हुआ है. कोरोना महामारी के कारण लोग खेतों में सब्जी की खेती समय से नहीं कर पाए. जिन किसानों ने लॉकडाउन के दौरान खेती की है बारिश के कारण उनके खेतों में लगे फसल सड़ने लगे हैं. यही कारण है की बाजारों में 10 रु. किलो बिकने वाले सब्जी की कीमत अब 40 रुपये से अधिक हो गया है.

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सब्जी बाजारों पर कोरोना का असर
रांची के सब्जी मंडियों में इन दिनों बरसात का असर दिखने लगा है, यही कारण है कि सब्जी के भाव में दोगुना तक की वृद्धि हुई है. सब्जी विक्रेताओं के अनुसार बरसात के मौसम में दूसरे राज्यों से टमाटर आते हैं, लेकिन इस बार उस तरह का ट्रांसपोर्टिंग नहीं हो रहा है, लोकल बाजार से ही अधिक दामों में खरीद कर लाना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि बारिश के कारण किसान का टमाटर खेत में ही बर्बाद हो गया है, एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण किसानों के उत्पादन में काफी असर पड़ा है, तो दूसरी तरफ सब्जियां प्राकृतिक मार से खेत में ही सड़ गई, इसी कारण से सब्जियों के दाम डेढ़ से दोगुना तक बढ़ गया है. विक्रेताओं की मानें तो कोरोना महामारी के कारण ग्राहक भी सब्जी खरीदने कम आ रहे हैं, ऐसे में मुनाफा बहुत कम हो रहा है, सिर्फ घर किसी तरह से इस महामारी के दौर में चल रहा है.

लोगों की जेब पर असर
सब्जी खरीदने बाजार पहुंचे खरीदार की मानें तो एक तरफ वैश्विक महामारी और लंबे समय से हुए लॉकडाउन के कारण घर की अर्थव्यवस्था पहले ही खराब हो चुकी है, वहीं दूसरी तरफ लगातार सब्जियों की कीमतों में वृद्धि के कारण घर चलाना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने बताया कि कल तक 10 रुपए केजी बिकने वाला टमाटर अब 60 से 80 रुपए केजी बिक रहा है, इसका सीधा असर मध्यम परिवार के लोगों की जेब पर पड़ रहा है, लोगों के थाली से हरि सब्जी गायब होते जा रही है.

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टमाटर के दामों में और बढ़ोतरी होने की आशंका
बाजारों में लगातार सब्जी के मूल्यों में हुई उछाल को लेकर प्रगतिशील किसान नकुल महतो कहते हैं कि हरी सब्जियों में इस बार थोड़ी उछाल आई है, लेकिन बहुत ज्यादा किसानों को इससे लाभ नहीं ज्यादा नहीं मिल रहा है, क्योंकि बिचोलिया कम दाम में किसान से सब्जी खरीदकर बाजारों में ले जा रहे हैं, अधिक दामों में बिचौलिया उन सब्जी को बेच रहे हैं. उन्होंने बताया कि टमाटर की कीमत में और भी उछाल आने की आशंका है, क्योंकि बाहर राज्यों से अगर टमाटर ज्यादा आता तो आज रेट कम होता, लेकिन लोकल मार्केट से बाजारों में टमाटर पहुंच रहे हैं और बाजार में टमाटर की मांग ज्यादा है, किसानों के टमाटर की खेती पानी के कारण बर्बाद हो गया है, जब तक सुचारू रूप से बाहर के बाजार से टमाटर नहीं आएगा, तब तक रेट इसी बढ़ता रहेगा, क्योंकि लोकल टमाटर के आने में अभी 15 दिन बाकी है. हजारीबाग जैसे जिलों में टमाटर की अच्छी पैदावार होती है.

बाजारों में सब्जी के दाम इस प्रकार हैं.

टमाटर - 60-80 kg
बोदी - 20-30
झिंगी - 40
नेनुआ - 20
खीरा - 20
परवल - 40
गाजर - 40
फूलगोभी - 40-50
पत्ता गोभी - 20-30
शिमला - 120
प्याज - 20
धनिया पत्ता -100
बीट - 40
कुंदरी - 20
भिंडी - 30
बैंगन - 40
हरा मिर्च - 60
फ़्रेंचबीन - 40
मूली - 30
लौकी -25-30
कोहड़ा - 20
पालक साग - 30
करेला - 30
आलू - 30
अदरक - 120
लहसुन - 120


दूसरे राज्यों से आ रही है सब्जी
राजधानी रांची सब्जी उत्पादन में काफी मशहूर है. सबसे ज्यादा सब्जी का उत्पादन रांची से सटे कृषि क्षेत्र के इलाके पिठोरिया, इटकी, नगड़ी, ओरमांझी में होता है, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण किसान समय पर खेती नहीं कर सके. वहीं दूसरी तरफ मॉनसून झारखंड में प्रवेश करने के कारण फसल बर्बाद हो गया, जिसके कारण पिठोरिया, इटकी, नगड़ी से आने वाले सब्जियां भी अब राजधानी में महंगे दामों पर बिक रहा है, जिसका सीधा असर राजधानी के सब्जी बाजारों पर दिख रहा है. यहां तक कि टमाटर के अलावा भी कई सब्जियां बंगलोर से झारखंड में आ रहा है, जिसके कारण बाजार में हर सब्जियों का कीमतों में काफी उछाल है.

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