रांची:बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने वैज्ञानिक दल के साथ विश्वविद्यालय के गेहूं फसल के शोध प्रक्षेत्रों का निरीक्षण किया. मौके पर उन्होंने आईसीएआर – अखिल भारतीय समन्वित गेहूं फसल अनुसंधान परियोजना के अधीन सात प्रजनक और 4 शस्य शोध प्रक्षेत्रों को बारीकी से देखा. मौके पर परियोजना अन्वेंशक डॉ सूर्य प्रकाश ने सात समन्वित गेहूं फसल राष्ट्रीय शोध नर्सरी, दो अंतर्राष्ट्रीय गेहूं फसल शोध नर्सरी, एक हजार से अधिक गेहूं फसल जीनोटाइप पर शोध, उच्च प्रोटीन, जिंक, आयरन युक्त गेहूं फसल प्रजाति पर शोध और जौ फसल पर शोध की जानकारी दी.
बीएयू के कुलपति ने गेहूं के शोध प्रक्षेत्रों का किया निरीक्षण, वैज्ञानिकों को दिए कई दिशा निर्देश - गेहूं फसल राष्ट्रीय शोध नर्सरी
बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने विश्वविद्यालय के गेहूं फसल के शोध प्रक्षेत्रों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें परियोजना अन्वेंशक डॉ सूर्य प्रकाश ने सात समन्वित गेहूं फसल राष्ट्रीय शोध नर्सरी, दो अंतर्राष्ट्रीय गेहूं फसल शोध नर्सरी, एक हजार से अधिक गेहूं फसल जीनोटाइप पर शोध, उच्च प्रोटीन, जिंक, आयरन युक्त गेहूं फसल प्रजाति पर शोध और जौ फसल पर शोध की जानकारी दी.
![बीएयू के कुलपति ने गेहूं के शोध प्रक्षेत्रों का किया निरीक्षण, वैज्ञानिकों को दिए कई दिशा निर्देश VC of BAU inspected research areas of wheat crop in ranchi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10380823-296-10380823-1611605546621.jpg)
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मौके पर मौजूद पौधा प्रजनक वैज्ञानिकों को कुलपति ने प्रदेश में कृषि विकास को तेजी देने और किसानों की आय में बढ़ोतरी के लिए प्रदेश के अनुकूल अधिकाधिक फसल किस्मों के विकास करने को कहा. उन्होंने वैज्ञानिकों को कम लागत में अधिक उत्पादन, सूखा सहिष्णू, रोग रोधी फसल किस्मों के विकास को प्राथमिकता देने की बात कही. मौके पर वैज्ञानिकों में डॉ सोहन राम, डॉ कृष्णा प्रसाद, डॉ सुप्रिया सूरीन एवं डॉ नैयर अली भी मौजूद थे.