रांचीः झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है. सत्र के चौथे दिन प्रश्नकाल के दौरान विधायक ढुल्लू महतो और विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के बीच बहस हुई. जिसे लेकर दोनों पक्ष के विधायक हंगामा करने लगे. जिसकी वजह से कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी.
ये भी पढ़ेंः Jharkhand Assembly Monsoon Session: मानसून सत्र के चौथा दिन भी हंगामा जारी, विधानसभा की कार्यवाही 12ः30 बजे तक स्थगित
दरअसल प्रश्नकाल के दौरान व्यवस्था के तहत भाजपा विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि काम के लिए बाहर गए मजदूरों का शोषण हो रहा है. पिछले तीन माह में सैकड़ों मजदूरों की मौत हो गई है. लेकिन इस पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है.
इस पर हस्तक्षेप करते हुए गिरिडीह से झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि ढुल्लू महतो गलत आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि ढुल्लू महतो के क्षेत्र के ही एक मजदूर की मुंबई में मौत होने पर उन्होंने चंदा जमा कर शव को मंगवाया था.
इसी बीच सुखाड़ और विधि व्यवस्था के मसले पर विशेष चर्चा की मांग को लेकर भाजपा के विधायक वेल में आ गए. वेल में आने के बाद ढुल्लू महतो ने विधायक सुदिव्य सोनू की तरफ इशारा करते हुए कुछ कहा. जवाब में सुदिव्य सोनू भी रिपोर्टिंग टेबल की दूसरी ओर आ गये और दोनों ने एक दूसरे को उंगली दिखाई. इस दौरान सदन का माहौल गरमा गया. इसमें संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने भी हस्तक्षेप किया. उन्होंने कहा कि यह तरीका सही नहीं है. ढुल्लू महतो को इस तरह उंगली नहीं दिखानी चाहिए. मामला गरमाया तो भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने ढुल्लू महतो को अपनी और खींचा. बिगड़े माहौल को देखते हुए स्पीकर ने 20 मिनट तक सभा की कार्यवाही स्थगित कर दी.
सभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर पक्ष और विपक्ष के बीच गहमागहमी बढ़ी. दोनों तरफ से विधायक वेल में पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. ढुल्लू महतो द्वारा उंगली दिखाए जाने के विरोध में सत्तापक्ष के विधायक वेल में पहुंचे और कहा की गुंडागर्दी नहीं चलेगी. हंगामे को देखते हुए सभा की कार्यवाही फिर 12: 30 बजे तक स्थगित कर दी गई.
खास बात है कि ढुल्लू महतो द्वारा उंगली दिखाए जाने को गुंडागर्दी बताते हुए सत्ता पक्ष के सभी विधायक वेल में आ गए। जवाब में भाजपा के सभी विधायक भी वेल में पहुंचे लेकिन सहयोगी दल आजसू के विधायक नहीं आए.