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झारखंड के स्कूलों में घट रही बच्चों की संख्या चिंताजनक: केन्द्रीय मंत्री

केंद्रीय शिक्षा एवं विदेश राज्यमंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह बुधवार को झारखंड दौरे पर पहुंचे. केंद्रीय मंत्री ने भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता की. इस दौरान झारखंड में ड्रॉप आउट बच्चों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई. साथ ही कहा कि भारत की विदेश नीति वसुधैव कुटुंबकम पर आधारित है.

Union Minister of State for Education and External Affairs Dr. Rajkumar Ranjan Singh Jharkhand visit
झारखंड के स्कूलों में घट रही बच्चों की संख्या चिंताजनक

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Published : Apr 20, 2022, 11:11 PM IST

रांचीः झारखंड दौरे पर आए केंद्रीय शिक्षा एवं विदेश राज्यमंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने बुधवार को झारखंड में ड्रॉप आउट बच्चों की बढ़ रही संख्या पर चिंता जताई. इसको लेकर रांची डीसी संग बैठक भी की. बाद में केंद्रीय मंत्री भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे. यहां केंद्रीय मंत्री डॉ. आरके रंजन सिंह ने मीडियाकर्मियों को संबोधित किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने कहा कि यहां कक्षा 1 से लेकर 6 तक ड्रॉप आउट बच्चों की संख्या अधिक है. रांची के उपायुक्त को इस दिशा में आवश्यक निर्देश दिया गया है.

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ड्रॉप आउट लड़के और लड़कियों की संख्या अलग अलग करने और दोनों के ड्रॉप आउट करने के कारणों का अलग अलग अध्ययन करने को लेकर निर्देश दिया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सभी ड्रॉप आउट बच्चों को वापस स्कूल लाने की दिशा में हर संभव प्रयास होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा विकास की राजनीति में विश्वास रखती है. केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से ही विकास संभव है.

केंद्रीय मंत्री का बयान

केंद्रीय योजनाओं की प्रगति जानने पहुंचे झारखंडः केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा 2014 से लेकर अब तक सामाजिक कल्याण की कई योजनाएं चलाई जा रही है. केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को पर्याप्त फंड भी मुहैया कराया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें केंद्रीय योजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए झारखंड के सिंहभूम की जिम्मेदारी सौंपी गई है. केंद्रीय योजनाओं का इस इलाके में कितना लाभ पहुंचा है और क्या कमियां रह गईं हैं. सारी चीजों को लेकर ही उनका यह दौरा है.

22 अप्रैल को मीटिंगः केंद्रीय मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह ने कहा कि इसी क्रम में शनिवार को दिल्ली और सिंहभूम जिले की एक वर्चुअल मीटिंग भी आयोजित की गई है, जिसमें विस्तार से सारी चीजें सामने आ पाएंगी. उन्होंने कहा कि भारत के नालंदा जैसे विश्वविद्यालय की तरह फिर से हमारे विश्वविद्यालय अग्रणी बने. इस सोच के साथ मोदी सरकार काम कर रही. नई शिक्षा नीति में सारी बातें समाहित हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा का मूल मंत्र "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास" है. मोदी सरकार इसी मंत्र पर विश्वास करते हुए विकास के नए आयाम गढ़ रही है. मोदी सरकार पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक के विकास को लेकर कृत संकल्पित है. आम जनता से भी हम सहयोग की अपेक्षा रखते हैं.


विदेश नीति वसुधैव कुटुम्बकम पर है आधारितःकेंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की विदेश नीति की विश्व स्तर पर सराहना होती है. पड़ोसी देशों से हमारा संबंध काफी प्रगाढ़ रहा है. श्रीलंका के वर्तमान हालात में एक पड़ोसी देश होने के नाते हमारा धर्म है कि हम उनका सहयोग करें. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि covid के समय वंदे भारत मिशन के तहत विभिन्न देशों से छात्रों को वापस भारत लाया गया. अभी यूक्रेन युद्ध के समय भी 20 हजार छात्रों को वापस भारत लाया गया. मोदी सरकार इनकी पढ़ाई को लेकर भी चिंतित है कि इनकी पढ़ाई बीच में बाधित नहीं हो. केंद्रीय मंत्री ने झारखंड के वातावरण की काफी सराहना की.उन्होंने कहा कि यह उनका पहला झारखंड दौरा रहा है.

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