रांची: एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बहाने भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधा है. केन्द्रीय मंत्री और झारखंड के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार पर जनजातियों के विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही राशि खर्च नहीं करने का आरोप लगाया है.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का आरोप, केन्द्र से मिले पैसे खर्च नहीं कर रही राज्य सरकार - झारखंड खबर
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्य में आदिवासियों के हित में काम नहीं हो रहा है, केंद्र से जो फंड मिल रहा है राज्य सरकार उसे खर्च नहीं कर रही है.
रांची के डिबडीह स्थित कार्निवल में आयोजित एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के उदघाटन सत्र के बाद अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार पर जनजातियों के प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया. अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड में आदिवासी समाज के लिए कार्य नहीं हो रहा है. यह सरकार जनजातियों के लिए संवेदनहीन है. केन्द्र सरकार पैसा राज्य को भेजती है मगर राज्य सरकार खर्च नहीं कर पाती है. इस संबंध में कई बार मुख्यमंत्री को हमने कहा है मगर इसके बाबजूद जनजातियों के विकास के लिए आये पैसे खर्च नहीं किये गये. उन्होंने जनजातियों के लिए मिनिमम सपोर्ट प्राइस के 400 करोड़ होने के संबंध में मुख्यमंत्री को कई बार पत्र लिखे जाने के बाबजूद उसपर कोई पहल नहीं किये जाने पर दुख जताया.
झारखंड में भ्रष्टाचार का बोलबाला- केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह
झारखंड दौरे पर आई केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने झारखंड में भ्रष्टाचार का बोलबाला होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ की तरह झारखंड में भी जनता से किये वादे को यूपीए भूल गई है. भाजपा एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में शिरकत करने पहुंची रेणुका सिंह ने झारखंड में जनजातियों की समस्या पर दुख जताते हुए कहा कि जिस राज्य में आदिवासी मुख्यमंत्री हों उस राज्य में अनुसूचित जनजाति आयोग तक ना हो इससे दुखद स्थिति क्या हो सकती है. उन्होंने कहा कि बिहार में एक प्रतिशत जनजाति हैं तो वहां अनुसूचित जनजाति आयोग है. वहीं झारखंड में 22 प्रतिशत आदिवासियों की आबादी है तो यहां अनुसूचित जनजाति आयोग नहीं है इससे साफ है कि मुख्यमंत्री आदिवासी के प्रति चिंतित नहीं है.