रांचीः केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आम बजट 2023 का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने जो बजट पेश किया है, वह वाकई में अमृत काल का बजट है. इस बजट में सात प्राथमिकताएं हैं. जो सप्तऋषि की तरह हमारा मार्गदर्शन करेंगी. एक नए भारत की नींव रखेगा.
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उन्होंने कहा कि बजट 130 करोड़ भारतीयों का जीवन बेहतर और खुशहाल करेगा. इनमें समावेशी विकास, समाज के अंतिम पायदान तक पहुंच, अवसंरचना और निवेश, क्षमता को बढ़ाने वाला, हरित क्रांति, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र इन मुद्दों का समावेश है. अर्जुन मुंडा ने कहा कि देश के विकास के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास बेहद जरूरी है.
सड़क, रेल, बिजली, हेल्थ, एजुकेशन और कृषि से जुड़े महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर पर जो निवेश किए गए हैं, वो मील के पत्थर साबित होंगे. पहली बार जनजातीय समूहों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए योजना की शुरुआत की जाएगी.अर्जुन मुंडा ने बताया कि अगले तीन सालों में योजना को लागू करने के लिए 15 हजार करोड़ रुपए उपलब्ध कराया जाएगा. अगले तीन साल में एकलव्य आवासीय विद्यालयों में 38 हजार 8सौ शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी.
अर्जुन मुंडा ने कहा है कि जनजातीय मंत्रालय के लिए यह बेहद ही खुशी का पल है. वित मंत्री ने देश के जनजातीय क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया का समाधान करने के लिए सात करोड़ लोगों के डाटा और जागरुकता के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि वो इसके लिए बहुत ही आभारी हैं कि बजट में 38हजार 8सौ शिक्षकों की जिम्मेदारी उनके मंत्रालय को दी गई है. उन्होंने कहा कि एकलव्य विद्यालय एक मिशन मोड में शुरू किया गया है. कुल 740 से अधिक एकलव्य विद्यालय देश में खोले जा रहे हैं. जिसमें तीन लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ेंगे.