रांची:राजधानी रांची के बेड़ो प्रखंड में ईंटा चिलदिरी गांव में मंगलवार शाम तेज बारिश के बीच वज्रपात की चपेट में आने से किसान शनि उरांव की मौत हो गयी. शनि उरांव अपने मिर्च के खेत से काम करने के बाद अपने दो बैलों को लेकर वापस घर लौट रहे थे. इस दौरान उन्होंने बारिश से बचने के लिए स्टील की स्टिक वाली छतरी ली हुई थी. तभी वज्रपात हुआ और वे उसकी चपेट में आ गए. वज्रपात होने से छतरी में आग लग गयी जबकि शनि उरांव की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी.
रांची में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत, खेत से काम कर लौटने के दौरान हुआ हादसा
राजधानी रांची के बेड़ों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक जानवर की भी मौत हुई है.
इधर, इटकी प्रखंड के दो स्थानों पर वज्रपात होने से एक महिला और एक गाय की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार चचगुरा गांव में देर शाम सुमि उरांव (45) खेत मे काम कर अपने घर लौट रही थी. इसी दौरान बारिश और वज्रपात हुआ जिसकी चपेट में महिला आ गई और उसकी मौत हो गई. वहीं, मलार में खूंटे में बंधी जेना जेवियर टोप्पो की दुधारू गाय वज्रपात की चपेट में आ गई जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
बता दें कि झारखंड में मानसून आने के बाद लगातार आकाशीय बिजली की चपेट में आने से लोगों की मौत हो रही है. हालांकि सरकार और मौसम विभाग ने लोगों को वज्रपात से बचाने के लिए दामिनी ऐप विकसित किया है. इस ऐप से उस इलाके के बारे में जानकारी मिल जाती है जहां पर बिजली गिरने का अनुमान लगाया जाता है. लेकिन ग्रामीण इलाके में स्मार्ट फोन के कम इस्तेमाल के कारण इस ऐप का पूरा लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है और हादसों में कमी नहीं आ रही है.